प्रतिनिधि,जसीडीह . जसीडीह के रोहिणी में प्रसिद्ध नाट्यकर्मी रामजीवन प्रसाद गुप्ता का निधन हो गया. उनके निधन पर बुधवार को रोहिणी के गांधी चौक के समीप श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. लोगों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान सुरेश उमर,बजरंगी उमर,अशोक भगत, महेश पांडे, नारायण पांडे ने कहा कि उनके निधन से नाट्य प्रेमी मर्माहत हैं. उनका जन्म 1 अगस्त 1957 को रोहिणी में हुआ था.वह नाटक में अपनी जीवन की संपूर्णता को देखते थे. अपने छात्र जीवन में नाटक के गुर सीख कर कई नाटकों का मंचन भी किया. वह चितरंजन रेल इंजन कारखाना से सेवानिवृत्त हुए थे. 26 जनवरी 1977 को मिहिजाम के हिल रोड में जागृति कला केंद्र नामक नाटक क्लब की स्थापना भी की थी. बताया कि उनके निर्देशन में कला मंच का डंका क्षेत्रीय स्तर से लेकर अखिल भारतीय स्तर के प्रतियोगिता में बजता रहा. चितरंजन रेल इंजन कारखाना का प्रतिनिधित्व करते हुए कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, पटना, सिकंदराबाद, उदयपुर, भुवनेश्वर आदि जगहों पर अखिल रेल नाट्योत्सव में शामिल होते रहे उन्होने 100 से अधिक नाटकों का मंचन किया . उनका पंच परमेश्वर काफी लोकप्रिय रहा. उनके पुत्र कवि दिनेश देवघरिया ने बताया कि उनके पिता ही उनके प्रेरणा पुंज और मार्गदर्शक हैं.अपनी उपलब्धि का श्रेय पिता को दिया. इस मौके पर रतनलाल केशरी, सत्यनारायण पांडे, उदय भानू, महेश गुप्ता, अमरनाथ केशरी, कुंदन पांडे, नंद किशोर तिवारी, अमित भगत, मनोज श्रीवास्तव आदि मौजूद थे.
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