प्रतिनिधि, जसीडीह : बाघमारा स्थित आइएसबीटी बस स्टैंड में खड़ी बस के नीचे से सोमवार को एक बस चालक का शव संदिग्ध अवस्था में बरामद हुआ. शव की पहचान बिहार के बांका जिला अंतर्गत रजौन थाना क्षेत्र के संझा गांव निवासी 25 वर्षीय आशीष यादव (पिता रंजीत यादव) के रूप में हुई है. आशीष करीब तीन वर्षों से बस का चालक था, जो वर्तमान में मां भवानी शंकर बस (जेएच 05 डीडब्लू 5551) चलाता था. इधर, चालक के परिजन हत्या कर शव को बस के नीचे फेंक देने का आरोप लगा रहे हैं. घटना के बाद बस के खलासी और कंडक्टर शव को छोड़ कर फरार हो गये. घटना की सूचना पाकर थाना से पुलिस पदाधिकारी व जवान घटनास्थल पर पहुंचे और जांच पड़ताल की. इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल देवघर भेज दिया. पुलिस ने बस से मृतक का मोबाइल बरामद किया और घटना की जानकारी उसके परिजन को दी. सूचना मिलते ही मृतक के पिता समेत भाई दीपक यादव, अजय यादव सहित अन्य परिवार के सदस्य पहुंचे और शव की पहचान की. भाई दीपक यादव ने बताया कि उसका भाई तीन वर्ष से बस चला रहा था. सोमवार को जानकारी मिली कि आशीष का शव बस स्टैंड में बस के नीचे पड़ा हुआ है. इसके बाद उक्त स्थान पर पहुंच कर शव की पहचान की. रविवार को आशीष दादी का वार्षिक श्राद्ध कर्म में शामिल होने के बाद शाम को उक्त बस को लेकर देवघर आया था. बस का कंडक्टर और खलासी संझा गांव के ही रहने वाले हैं. बस मालिक द्वारा लगातार कंडक्टर को हटाने के लिए बोला जा रहा था, जिसे लेकर चालक और कंडक्टर के बीच नोंक-झोंक हुई थी. इसकी जानकारी आशीष ने फोन पर दी थी. परिजन ने आरोप लगाते हुए कहा कि संभवत खलासी और कंडक्टर ने आशीष की हत्या कर साक्ष्य छिपाने की नीयत से शव को बस के नीचे रख कर फरार हो गये. देर शाम तक मृतक के परिजन द्वारा घटना की लिखित शिकायत थाना में नहीं दी गयी थी. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.
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