मधुपुर. आदिवासी बाहुल्य इलाका डाकबंगला से सामपुर मोड़ तक मुख्य सड़क अत्यंत जर्जर बन गया है. उबड़-खबड़ सड़क में जलजमाव होने से गर्भवती महिला, बीमार मरीज और छात्र-छात्राओं को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. पूर्व मुखिया शिवलाल किस्कू ने बताया कि एक वर्ष पूर्व विधानसभा चुनाव के समय सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई थी. तब ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी थी. मगर चुनाव के बाद सड़क निर्माण कार्य ठप हो गया. वर्तमान में दर्जनों गांव के लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आये दिन सड़क दुर्घटना होती है. स्थानीय विधायक सह मंत्री हफीजुल हसन को पूरे मामले से ग्रामीणों ने अवगत कराया है. मंत्री ने सड़क निर्माण का प्राक्कलन नये सिरे से तैयार करा कर कार्य को पूरा करने का आश्वासन दिया है, लेकिन बरसात में इस सड़क पर चलना दूभर हो गया है. ग्रामीणों ने जर्जर सड़क को शीघ्र निर्माण करने की मांग को लेकर सांकेतिक प्रदर्शन किया. ग्रामीण लूदा किस्कू, गिरीश सोरेन, रघु सिंह, गुड़ा मुर्मू, दर्शन किस्कू, मुंशी मुर्मू, नकुल मुर्मू, भोगन किस्कू, विजय किस्कू, सन्नी टुडू, ठुढ़ा मुर्मू , सोमानी मंझियान ने कहा कि हजारों लोग प्रतिदिन सड़क से गुजरते है. सभी लोगों को काफी कष्ट का सामना करना पड़ता है. सड़क पर लोग पैदल करतब करते हुए चलते है. बरसात में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. चेचाली, जीतपुर, श्यामपुर, मोहनाडीह, कारीपहाड़ी, नाढ़ा सिमर, सिरी, दरभंगा, जीतवाबहियार,कमरसाली समेत बिहार के जमुई जिला को कई गांव के लोग प्रभावित है. ——– डाकबंगला से जीतपुर सामपुर मोड़ सड़क पर पैदल चलना भी दूभर
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