देवघर.श्रावणी मेला के आठवें दिन शुक्रवार को सुबह से ही तेज धूप थी. दिन चढ़ने के साथ तापमान भी बढ़ता चला गया, जिसके कारण कांवरिया पथ में कांवरियों को कदम बढ़ाना दुश्वार हो रहा था. इस दौरान कांवरिया पथ स्थित शिविरों में तथा किनारे दुकानों में जहां-तहां कांवरिया धूप से बचने के लिए सुस्ताते नजर आ रहे थे. यह नजारा दोपहर 1.30 बजे तक दिखा. इसके बाद तेज गर्जना के साथ मूसलाधार बारिश ने कांवरियों में जान फूंक दी और बारिश के बीच कांवरिया चल पड़े. रिमझिम फुहारों व ठंडी हवाओं के चलने पर कांवरियों का हुजूम कांवरिया पथ में अपनी यात्रा के लिए निकल पड़ा. इस दौरान खिजुरिया से दुम्मा बार्डर के बीच केसरिया सैलाब नजर आया. लोग झूमते-गाते बोलबम का जयघोष करते हुए बाबा बैद्यनाथ के दरबार तक पहुंचने की होड़ में नजर आने लगे. बारिश के बीच कई कांवरिये बाबा बैद्यनाथ की पोस्टर वाली होर्डिंग उठाकर छाता बनाकर चल पड़े. मुजफ्फरपुर के कांवरिया अमित सिकंदर ने कहा कि दो दिनों से हम अपने साथियों के साथ लगातार यात्रा कर थक से गये थे. यह बाबा बैद्यनाथ का ही चमत्कार है कि आज की बारिश ने यात्रा को सहज बना दिया व चलने में भी सहजता महसूस हो रही है. उम्मीद है शाम तक बाबा पर जलार्पण कर देंगे. अपने पुत्र हर्ष के साथ कांवर यात्रा कर रहीं खगड़िया की रमा देवी ने तो इसे बाबा बैजु का ही आशीर्वाद करार दिया. उन्होंने कहा कि यात्रा को तीन दिन बीत चुके थे, मगर आज मौसम पूरी तरह से बदल गया है. जल तो आज चढ़ा नहीं पाऊंगी, मगर उनके दरबार के पास जरूर पहुंच जाऊंगी. बांका बेलहर से आये 80 वर्षीय सुरेंद्र सिंह अपनी वृद्ध पत्नी आशा देवी के यात्रा के नौ दिन बीत गये हैं. आज के बदले हुए मौसम की वजह से हमारी यात्रा की अवधि थोड़ी छोटी जरूर हो जायेगी. सासाराम से आयीं कैलाशी पांडेय व वैशाली के अरुण राय ने भी मौसम के इस बदलाव को बाबा का आशीर्वाद माना. यूपी के प्रयागराज के आर्यन व अंशु बम पहली बार कांवर यात्रा पर निकले हैं. मौसम ने भरपूर साथ दिया. चंदोली के पिंटू बम व उनका जत्था भी इसे आशीर्वाद मान रहा है. इनके अलावा हजारों कांवरिये बोलबम के जयघोष के साथ कदम बढ़ाते नजर आये.
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