संवाददाता, देवघर : पुनासी जलाशय योजना के स्पील-वे निर्माण में काम कर रहे आदिवासी महिला व पुरुष मजदूर शनिवार को स्लैब की सेंटरिंग गिरने से बुरी तरह घायल हो गये थे, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. रविवार को घायलों का हाल जानने देवघर के झामुमो नेता पहुंचे. सभी से हाल जानने के बाद नेताओं ने चिकित्सकों से बात की और बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराने की बात कही. इस दौरान झामुमो जिलाध्यक्ष संजय शर्मा, केंद्रीय समिति सदस्य भूपेन सिंह, महानगर अध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी, पूर्व जिला युवा अध्यक्ष राहुल चंद्रवंशी, वैभव चंद्रवंशी, मनोज बरनवाल, मुखिया सविता देवी, ग्वालवदिया, अर्जुन यादव, हीरालाल टुडू, नूना बेसरा, मनोज हेंब्रम, अरुण बेसरा, मनोज टुडू सहित अन्य नेता मौजूद थे. इस दौरान घायल मजदूरों ने बताया कि देर रात तक उन लोगों से काम लिया जा रहा था, वहां न लाइट की व्यवस्था थी न ही किसी तरह की सुरक्षा की व्यवस्था थी. बारिश भी हो रही थी. इस दौरान कार्य करने के क्रम में ही अंधेरे में वाइब्रेशन मशीन चला दिया गया. काम करने वाली एजेंसी ने किसी तरह की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा.
कंपनी की कार्यशैली ठीक नहीं, सीएम से करेंगे शिकायत : जिलाध्यक्षझामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि देर रात खराब मौसम में महिलाओं से जबरन कार्य कराना मजदूर अधिनियम के विपरीत है. कंपनी के पदाधिकारी द्वारा मजदूरों को यह कहा जाना कि जब तक कार्य पूरा नहीं करोगे मजदूरी नहीं देंगे, काम करके ही जाना होगा, यह सरासर लेबर एक्ट का उल्लंघन है. इस घटना को जिला व पुलिस प्रशासन और सरकार के समक्ष रखा जायेगा ताकि कंपनी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो तथा पीड़ित मजदूरों को उचित मुआवजा दिया जाये. कार्यरत कंपनी की कार्यशैली से देवघर जिला झारखंड मुक्ति मोर्चा काफी आक्रोशित हैं. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री एवं संबंधित मंत्री को किया जायेगा और कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कराया जायेगा.
हाइलाइट्स
सदर अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंचे झामुमो नेता
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