मधुपुर. प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने मंगलवार को समारोह पूर्वक एमएलजी उच्च विद्यालय व साप्तर उच्च विद्यालय में प्लस टू विद्यालय का उद्घाटन किया. अब दोनों स्कूलों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई होगी. वहीं, मंत्री ने कहा कि यूजीसी के निर्देशानुसार अब कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई नहीं होगी. इसलिए छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए उच्च विद्यालयों को प्लस टू का दर्जा दिया जा रहा है. शिक्षा ही छात्रों का सबसे बड़ी पूंजी है. यह न केवल व्यक्ति का विकास करती है बल्कि समाज और देश को भी आगे बढ़ाती है. उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे लोग बेटे और बेटी में कोई भेद न करते हुए दोनों को समान शिक्षा का अवसर दें. साथ ही शिक्षकों से भी अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का आह्वान किया. इस दौरान स्कूल के मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया. मंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता सरकारी स्कूलों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है. कहा कि अंतिम पंक्ति में खड़े छात्रों को भी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले. यह सुनिश्चित किया जायेगा. दोनों स्कूलों में चालू शैक्षणिक सत्र से ही इंटरमीडिएट की पढ़ाई शुरू हो जायेगी. वहीं, साप्तर स्थित विद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया गया. मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार, दिनेश्वर किस्कू, फैयाज कैसर, अल्ताफ हुसैन, सरफराज अहमद, पंकज पीयूष, मो शाहिद, मुखिया ललन मिश्रा, साकिर अंसारी, मुरारी पाण्डेय, विनोद वर्मा, प्रकाश पांडेय, श्यामाकांत झा, शशि दास आदि मौजूद थे.
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