चितरा. एसपी माइंस चितरा कोलियरी के लापता कोयला कर्मी रोहन कोल के परिजन अपनी मांगों को लेकर बुधवार से आमरण अनशन पर कोलियरी के एरिया कार्यालय के समक्ष बैठे. इस दौरान रोहन कोल के आश्रित अपने हाथों में तख्ती लिए प्रबंधन से नौकरी व मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. वहीं, आश्रितों के समर्थन में यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के एरिया सचिव पशुपति कोल, सह सचिव होपना मरांडी, बिहार जनता खान मजदूर संघ के सचिव बलदेव महतो भी शामिल हुए. मौके पर यूनियन सचिव ने कहा कि रोहन कोल के आश्रितों को प्रबंधन से अविलंब न्याय नहीं मिला तो वे चरणबद्ध आंदोलन करने को विवश होंगे. दरअसल, पिछले छह सालों से एक पत्नी अपने पति का इंतजार कर रही है. उसका बेटा अपने पिता की तलाश में दर-दर भटक रहा है. लेकिन अब तक कोई पता नहीं चल सका है. बस ये पता है कि पीड़िता के पति छह साल पहले 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान इलेक्शन ड्यूटी पर गए थे. लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटे. बताया गया कि 17 मई 2019 को लोकसभा चुनाव में मतदान कर्मी के रूप में चुनाव कार्य संपन्न कराने के लिए कोयला कर्मी रोहन को भेजा गया था. उसके बाद से लापता है. इस संबंध में लापता कोयला कर्मी रोहन की पत्नी मालती कोलिन ने कहा कि पिछले छह वर्ष पूर्व उनके पति चुनाव कार्य के दौरान से ही लापता हैं. इससे आर्थिक स्थिति का काफी खराब हो गयी है. वहीं, अनशन की सूचना पर कोलियरी प्रबंधन की ओर से कार्मिक विभाग के वरीय प्रबंधक आशीष मिश्रा अनशनस्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिजनों को आश्वासन दिया. साथ ही अनशन तोड़ने की अपील की. उन्होंने आश्वस्त करते हुए पीड़ित परिजनों से कहा कि लापता रोहन कोल एवं संबंधित मांगों को लेकर ईसीएल मुख्यालय में पत्राचार किया गया है. जल्द ही इसका निराकरण भी कर लिया जायेगा, जिसके बाद वे आमरण अनशन से उठ गये. मौके पर मोहन कोल, महेंद्र कोल, रेखा देवी, शांति देवी, चुड़की कोलिन, नंदनी कुमारी, प्रीति कुमारी, बंटी कोल, आशा कुमारी, पूजा कुमारी, रिंकू देवी, काजल कुमारी, रूपाली कुमारी, कृति कुमारी, साधु मरांडी, विकास कोल, मुकेश कोल, राजू कोल, गुलटन कोल, विक्रम कोल आदि मौजूद थे. ———— एसपी माइंस चितरा कोलियरी के लापता कोयला कर्मी ने एरिया कार्यालय के समक्ष दिया धरना
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