संवाददाता, देवघर : बाबा नगरी में माता की प्रतिमा विसर्जन के साथ चैती दुर्गा पूजा का समापन हो गया. शहर तथा ग्रामीण इलाके में मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा को माता के जयकारे के साथ तालाबों में विसर्जित किया गया. दशमी तिथि के अवसर पर सबसे पहले सुबह में पुजारी ने सभी पूजा मंडपों के साथ-साथ पंडालों में विसर्जन पूजा शुरू की. जयंती बलि के बाद विधिवत पूजा कर विसर्जन की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी. इस अवसर पर माता को जयंती अर्पित कर अगले साल पुन: आने तथा विश्व के कल्याण की कामना की गयी. विसर्जन पूजा संपन्न होने के बाद सबसे पहले नवपत्रिका व कलश को लेकर पूजा समितियों के लोगों ने माता का जयकारा लगाते हुए ढोल-बाजे के साथ शिवगंगा में कलश व नवपत्रिका का विसर्जन किया. उसके बाद शाम चार बजे माता का खोइछा भरकर प्रतिमा विसर्जन के लिए शोभा यात्रा निकाली गयी. घड़ीदार मंडप सहित एक दर्जन जगहों की प्रतिमा को शिवगंगा में विसर्जित कर चैती नवरात्र को संपन्न किया गया.
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