मधुपुर. प्रखंड के सलैया स्थित मधुस्थली विद्यापीठ परिसर में शनिवार को 2025- 26 सत्र के लिए दाखिल लिये गये नये बच्चों के अभिभावकों के लिए दिशा-निर्देश के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शिक्षिका मॉन्टिना मेसी के “दिल के बहुत खूबसूरत हो आप… कथनों से कार्यक्रम प्रारंभ किया. प्राचार्य वितान विश्वास ने अभिभावकों का स्वागत करते हुए तथ्यों से अवगत कराया कि विद्यालय के प्रांगण में आये सभी बच्चे मधुस्थली परिवार के सदस्य है. विद्यालय का उद्देश्य बच्चों को सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में आगे ले जाना ही नहीं है. बल्कि उनके बहुमुखी विकास का उत्थान करना है, जिसके लिए यहां उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि भविष्य में यह प्रशिक्षण उनके उन्नति में सहायक हो. शिक्षा पदाधिकारी जनार्दन घोष ने नयी शिक्षा नीति 2025 से अवगत कराया. बताया कि यह शिक्षा नीति इंदिरा गांधी द्वारा बनायी गयी थी परंतु उसमें संशोधन करके उसका प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लागू किया. अभिभावकों के बीच विद्यालय में प्रयोग की जाने वाली नयी तकनीकियों, खेलो, स्केटिंग, जर्मन आदि अन्य भाषाओं की शिक्षा संबंधी जानकारी दी. कहा कि शिक्षा प्रायोगिक व विशेष पाठ्य विवरण ज्ञान से संबंधित होनी चाहिए न की दृश्य श्रव्य आधारित. मुशरत ने अबेकस के महत्व को अभिभावकों को समझाते हुए बताया कि आजकल प्रतियोगिताएं बहुत बढ़ गयी है, इसके लिए आज की पीढ़ी को एडवांस तकनीकी जानने की आवश्यकता है. कक्षा चतुर्थ के छात्र वैभव बथवाल ने अबेकस की उत्तम प्रस्तुति प्रदर्शित करते हुए गणित के अनेक सवालों को मिनटों में हल कर दिखाया. अभिभावकों ने भी विद्यालय की कार्यप्रणाली व्यवस्था और शिक्षको की सहभागिता की सराहनीय प्रशंसा की. कार्यक्रम में फाउंडेशन को-ऑर्डिनेटर शबनम प्रवीन, जूनियर एक्विटी को-ओर्डिनेटर संजीदा खातून, सोनिया प्रसाद, पूजा तुनगरिया, स्वागता, लीना दुबे, पूजा भारद्वाज, बेनीमाधव पॉल, रानू समेत शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपनी पूर्ण सहभागिता निभायी. ———————— मधुस्थली विद्यापीठ में अभिभावक दिशा-निर्देश सभा आयोजित नयी शिक्षा नीति से कराया अवगत
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