सारवां. प्रखंड सीएचसी में जहां प्रत्येक दिन 200 से अधिक संख्या में दो प्रखंड के सैकड़ों गांवों से प्रत्येक दिन की विभिन्न बीमारियों से पीड़ित के अलावा सड़क दुर्घटना के मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. इस सीएचसी का दायरा दो प्रखंडों के 458 गांव तक फैला है, जहां लोगों की स्वास्थ्य सुविधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भरोसे है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से उक्त गांवों में बसने वाले दो लाख 10 हजार की आबादी के लिए दोनों प्रखंड के लिए 29 उप स्वास्थ्य केंद्र, दो पीएचसी बनाया गया है. इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को समय पर स्वास्थ्य सेवा प्राप्त हो सके. दरअसल, विभाग द्वारा 8 चिकित्सक, 22 सीएचओ, 4 एमपीडब्लू, 42 एएनएम और एक चालक को प्रतिनियुक्ति हैं. विभिन्न विभागों के 77 पदाधिकारियों और कर्मियों में से चार चिकित्सकों व 46 कर्मियों की प्रति नियुक्ति देवघर श्रावणी मेला 2025 में मेला ड्यूटी में होने से एक माह तक सारवां एवं सोनारायठाढ़ी प्रखंड के दो लाख 10 हजार आबादी को 4 चिकित्सकों, 2 सीएचओ, 21 एएनएम के भरोसे रहना होगा और सबसे बड़ी बात एक एंबुलेंस चालक है, जिसकी भी प्रतिनियुक्ति श्रावणी मेले में हो गयी है. दोनों प्रखंड के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों की मानें तो इतने चिकित्सक व कर्मियों के रहने के बाद भी व्यवस्था कम पड़ जाती थी और उसी में 50 फीसदी संख्या कम हो गया. एक माह तक दोनों प्रखंड के लोगों को कितनी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी.
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