मारगोमुंडा. प्रखंड क्षेत्र के टीकोपहाड़ी गांव में स्वयंसेवी संस्था प्रेरणा भारती के तत्वावधान में ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से ग्रामसभा के माध्यम से अपना व अपने गांव के विकास की योजना बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए संभवा कार्यक्रम के तहत बैठक हुई. कार्यक्रम के समन्वयक अरुण कुमार निर्झर ने ग्रामीणों को बताया कि झारखंड में पिछले 15 सालों से नयी पंचायती राज व्यवस्था लागू है. इसके तहत अब गांव के विकास की योजनाएं दिल्ली या रांची से नहीं आतीं बल्कि अपने गांव में ही ग्रामसभा के माध्यम से बनायी जाती है, जिसमें ग्रामीणों की भागीदारी अनिवार्य है. बताया कि ग्रामसभा से पूर्व बच्चों व महिलाओं की समस्या को भी जीपीडीपी में शामिल करने के लिए सरकार ने बाल सभा और महिला सभा की बैठक को अनिवार्य कर दिया है. पंचायत के सभी ग्रामों में ग्राम सभा के माध्यम से गांव की आवश्यकताओं को चिन्हित कर मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और तमाम वार्ड सदस्यों की उपस्थिति और सहमति से ग्राम पंचायत विकास योजना तैयार की जाती है. इसके अलावा किशोरियों को सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना तथा महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की भी जानकारी दी गयी. मौके पर कविता सोरेन, सिकरा मरांडी, समोली मुर्मू, चांदलाल मरांडी, सोनू लाल मुर्मू, शिवानी मर्मू, बहामुनी मांझियान आदि मौजूद थे.
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