सारवां. हूल क्रांति दिवस के अवसर पर लेड़वा व कुबरी गांव के आदिवासी समाज द्वारा धूमधाम के साथ अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध क्रांति का मशाल जलाने वाले अपने वीर नायक सिदो-कान्हू की याद में आदिवासी परंपरा के अनुसार समाज के मांझी बाबा, नायकी बाबा, जोगमांझी, पराणिक द्वारा उनकी पूजा पारंपरिक परंपरा के अनुसार की गयी. इस दौरान मुखिया सोनादिनी सोरेन, कालीचरण बास्की, महादेव मुर्मू, नायकी बाबा रतन मुर्मू, योग मांझी रुशीलाल हेंब्रम, लुखीन हेंब्रम, संतोष सोरेन, मनीष किस्कू, राजा मुर्मू, नंदलाल सोरेन, गुलाब मुर्मू, बुधन बास्की, समल मुर्मू, अनिल किस्कू, संजीत किस्कू, चौहान किस्कू, सरिता देवी, फुलमनी देवी, गीता बास्की, केली देवी, देवेश्वर मरांडी, महेंद्र मरांडी, पंसस श्रीमान किस्कू, बिनोद मुर्मू, जोबान मुर्मू, धातो किस्कू ने वीर शहीद सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताये मार्गों पर चलने का संकल्प लिया.
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