मधुपुर. करौं प्रखंड के पाथरोल स्थित संस्कार भवन में जनवादी लेखक संघ देवघर जिला के छठा जिला सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय व स्थानीय रचनाकारों ने अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया. सम्मेलन को उद्घाटन करते हुए जनवादी लेखक संघ के राष्ट्रीय कमेटी के सचिव डॉ अली इमाम खां ने कहा कि वर्तमान सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक माहौल कई तरह के सवाल से घिरा हुआ और नाना प्रकार की विदूपता, विडंबना, विकृति और बेवकूफी त्रासदी में घटित हो रही है. उन्होंने कहा कि इसे हमारी सामूहिक चेतना, संवेदना और युग के सत्य के तौर पर बड़ी ही ढिठाई और फूहड़पन के साथ प्रचारित व विज्ञापित किया जा रहा है. अर्द्ध सत्य, असत्य और झूठ को चमक-दमक भरी पैकेजिंग में धड़ल्ले से आभासी यथार्थ के नाम से अपने के सच को बेदखल करने का काम किया जा रहा है. इसमें वित्तीय पूंजी, बाजार, कॉरपोरेट मीडिया, सांप्रदायिक संगठन सभी शामिल हैं और हिस्सेदारी भी है. कहा कि ऐसे में साहित्य और कला के समक्ष काफी गंभीर चुनौतियां है. जलेस के प्रांतीय संरक्षक गोपाल प्रसाद ने कहा कि मौजूदा समय चुनौतियाें को पूरी शक्ति से लड़ने के लिए पूरे जोश के साथ लगने की जरूरत है. जलेस के प्रांतीय कार्यकारी सचिव डॉ अशोक कुमार, जलेस के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य धनंजय प्रसाद व डॉ उत्तम पीयूष सहित जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद, आलोक गोरखपुरी आदि ने अपना विचार रखा. मंच संचालन सुधीर रंजन व अरुण निर्झर ने किया. मौके पर दर्जनों रचनाकार मौजूद थे. ———— जनवादी लेखक संघ का छठा जिला स्तरीय सम्मेलन संपन्न
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