सारठ. सारठ विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह ने सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर सारठ के चहुंमुखी विकास को लेकर लगभग 35 मिनट तक चर्चा की और मांगों से संबंधित पत्र भी सौंपा. विधायक ने बताया कि मुलाकात के दौरान सारठ विधानसभा क्षेत्र के सारठ ओर पालाजोरी प्रखंड की आठ-आठ पंचायतों को काट कर चितरा को नया प्रखंड बनाने की मांग रखी है. उन्होंने कहा कि सीएम को बताया गया कि करमाटांड़ बाजार में हमेशा ही जाम बना रहता है, जिससे आमजनों को भारी परेशानी होती है. वहीं लोगों की सुविधा के लिए करमाटांड़ बाजार के पास बायपास निर्माण की बात भी रखी है.
विधायक ने मुख्यमंत्री से हुई बातचीत का जिक्र करते हुे कहा कि उनसे आश्वाशन मिला है कि जल्द ही जनहित के प्रस्तावों की स्वीकृति दी जायेगी. विधायक श्रीसिंह ने स्वास्थ्यमंत्री से हुई बातचीत के बारे में भी बताया. विधायक ने कहा कि स्वास्थ्यमंत्री से सारठ सीएचसी को फ़ास्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू ) की मान्यता देने की मांग रखी है. बताया कि देवघर से सारठ की दूरी 40 किमी पर है. बावजूद यहां बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का घोर अभाव है, जिससे समय व धन की हानि लोगों को होती है. वहीं सारठ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत करमाटांड़ पीएचसी को सीएचसी की मान्यता देने की भी मांग की है. स्वास्थ्यमंत्री को भी सौंपे गये पत्र में विधायक ने जिक्र किया है कि जामताड़ा जिला सदर अस्पताल से मात्र 25 किमी दूरी पर स्थित एक लाख की आबादी वाले 18 पंचायत के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा लाभ नहीं मिल रहा है. सुविधा नही होने के बावजूद भी पीएचसी करमाटांड़ से इलाज कराने के लिए निर्भर है. ऐसे में पीएचसी को सीएचसी की मान्यता देने से लोगो को सुविधा होगी, सीएम व स्वास्थ्यमंत्री से हुई मुलाकात के संबंध में विधायक प्रतिनिधि राहुल सिंह ने भी बताया कि मांगों पर सार्थक आश्वासन मिला है.हाइलाइट्स
*सारठ विधायक ने मुख्यमंत्री से मिलकर रखीं मांगें, आश्वासन मिलने की दी जानकारी*सारठ सीएचसी को एफआरयू और करमाटांड़ पीएचसी को सीएचसी की मान्यता देने की भी मांग की*सारठ विधायक ने बताया, सीएम से मिला है आश्वाशन, जल्द मिलेगी स्वीकृति
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