सारठ . सारठ में वार्षिक उर्स मेला आज से प्रारंभ हो जायेगा. सुबह नौ बजे से हजरत जुलकर नेन बुखारी (पीर बाबा) हजरतपुर की अगुवाई में स्थानीय खादिम मुज्जफर साह, गफ्फार शाह, मुख्तार साह, तमजिद साह, जुगनू साह समेत कइयों की ओर से पवित्र मजार को गुलाब जल से गोसुल (नहलाया) जायेगा, गुसुल के बाद चंदन का लेप लगा कर इत्र लगाया जायेगा. फिर फूलों का चादर चढ़ाने के बाद से सारठ में अमन चैन व खुशियाली के लिए मखदूम बाबा से दुआ कर फातिया पढ़ी जायेगी. इसके साथ ही दूर-दूर से आने वाले जायरीनों ( श्रद्धालुओं ) की ओर से चादरपोशी होगी. बाबा मखदूम के मजार को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है. मुख्य गेट से मजार गेट तक झूलर लाइटें सजायी गयीं हैं. मेला क्षेत्र में लाइटिंग की भी व्यवस्था कमेटी ने की है. झूला, ब्रेक डांस, तारामाची, मौत का कुंआं में अभी से ही लोग आनंद ले रहे हैं. सुरक्षा को लेकर शुक्रवार देर शाम एसडीपीओ रंजीत लकड़ा, बीडीओ चंदन कुमार सिंह, सीओ कृष्ण चंद सिंह मुंडा, थाना प्रभारी सूरज कुमार ने दल बल के साथ मेला क्षेत्र का मुआयना किया. कमेटी के लोगो को विधि- व्यवस्था को लेकर एहतियात बरतने का निर्देश दिया. मुख्य पथ पर वाहन को खड़ा नहीं होने देने की सख्त हिदायत वॉलंन्टियर को दिया गया. थाना प्रभारी सूरज कुमार ने कहा कि मेला में पर्याप्त संख्या महिला-पुरुष जवानों को तैनाती की गयी है. मौके पर कलाम शेख, गुलाम हुसैन समेत बड़ी संख्या में कमेटी के सदस्य मोजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है