संवाददाता, देवघर : वैशाख मास की पंचमी तिथि पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलार्पण के साथ-साथ उपनयन, मुंडन समेत अन्य धार्मिक संस्कारों के लिए भक्तों का तांता लगा रहा. शुक्रवार को बाबा मंदिर का पूरा परिसर धार्मिक अनुष्ठान कराने वालों से भरा रहा. मंदिर के प्रशासनिक भवन से लेकर आसपास के परिसर और मंदिरों के बरामदे तक में बच्चों के उपनयन और मुंडन संस्कार हुए. इसमें बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र खासकर दरभंगा, मधुबनी और सहरसा से बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे. इसके अलावा पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर से भी श्रद्धालु अपने बच्चों के संस्कार कराने पहुंचे. मंदिर प्रांगण में विधिवत कलश स्थापना कर वैदिक रीति से संस्कार कराये गये. जनकपुर से आये राम नरेश झा ने बताया कि मिथिला में बाबा मंदिर को उपनयन और मुंडन के लिए विशेष महत्व प्राप्त है. एक उपनयन कार्यक्रम में औसतन सौ से दो सौ लोग शामिल होते हैं, जिससे मंदिर परिसर में काफी भीड़ होती है. लोगों ने सुबह से ही स्थान खाली होने का इंतजार किया और अवसर मिलते ही अनुष्ठान संपन्न कराये. शाम सात बजे तक बाबा मंदिर परिसर में लगभग एक हजार बच्चों का मुंडन और उपनयन संस्कार संपन्न हुआ. वहीं, 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण किये. खास बात यह रही कि जैसे-जैसे उपनयन और मुंडन कार्यक्रम पूरे होते गये, वैसे-वैसे श्रद्धालु पूजा के लिए कतार में शामिल होते रहे. इसके कारण जलार्पण के लिए मुख्य कतार अपेक्षाकृत खाली दिखी. वहीं 3028 श्रद्धालुओं ने प्रशासनिक भवन से कूपन लेकर जलार्पण किये. हाइलाइट्स प्रशासनिक भवन से लेकर मंदिर परिसर तक अनुष्ठान में जुटे रहे श्रद्धालु करीब एक हजार बच्चों का मुंडन और उपनयन संस्कार हुआ 3028 श्रद्धालुओं ने प्रशासनिक भवन से कूपन लेकर किये जलार्पण
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