चितरा. कोलियरी प्रक्षेत्र के दुखिया बाबा मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीश्री 1008 महारुद्र यज्ञ के दूसरे दिन शुक्रवार की रात्रि में कथावाचिका आराधना देवी ने संगीतमय राम कथा का प्रसंग सुनाया. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के चरित्र को जीवन में उतराना चाहिए. आजकल के युवा अपने जीवन मार्ग से भटक गए हैं. कहा कि अगर में भगवान राम के चरित्र को जीवन में उतारते हैं तो हमारे जीवन में किसी प्रकार का कष्ट नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि श्रीराम की कृपा होगी, तभी आप राम कथा सुन पायेंगे. कथावाचिका ने कहा कि श्रीराम के जन्म की कथा भी श्रोताओं को सुनायी. इस दौरान सब देव चले महादेव चले..,राम कथा सुगम बही जाय.. कहवां ही जनमल राम त कहवां लखन जन्मे हो सोहर की प्रस्तुति पर श्रोता जमकर झूमे. वहीं, मंच संचालन यज्ञ समिति के राजेश राय ने किया.
मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा… भजन सुनकर झूमे श्रोता
दुखिया बाबा शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीश्री 1008 महारुद्र यज्ञ के दौरान कोलकाता से आई भजन गायिका सुरोमिता बनर्जी ने अपने सुरीली भजनों की प्रस्तुति से दर्शकों को देर रात झूमने पर मजबूर कर दिया. कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम स्थानीय कलाकार से यज्ञ समिति के राजेश भारद्वाज ने गणेश वंदना गजानन आ जाओ गजानन आ जाओ तुझे प्रथम पुकारूं आज गजानन आ जाओ भजन से किया. उसके बाद कोलकाता से आई सूरोमिता बनर्जी ने सत्यम शिवम सुंदरम भजन से कार्यक्रम शुरुआत की. साथ ही उन्होंने एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा, मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा भजन प्रस्तुत कर उन्होंने श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया. साथ ही उन्होंने हर हर शंभू शिव महादेवा, श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में, हर घर में अब एक ही नारा एक ही नाम गूंजेगा सहित अन्य भजनों की प्रस्तुति कर उपस्थित दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. इस मौके पर यज्ञ समिति चितरा कोलियरी ट्रस्ट के अध्यक्ष विवेका नारायण देव समेत दर्जनों सदस्य उपस्थित थे.———-
चितरा महारुद्र यज्ञ में सुरोमिता बनर्जी की भजनों से मंत्र मुग्ध हुए दर्शकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है