देवघर. चैती नवरात्र के नौवें दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप की पूजा की गयी. रविवार सुबह से ही पूजा पंडालों के अलावा पूजा मंडपों में पुजारी व आचार्य के द्वारा नौंवी की पूजा प्रारंभ की गयी. दोपहर एक बजे से सभी मंडपों में मां के बलिदान की पूजा हुई तथा छाग बलि अर्पित की गयी. इस अवसर पर मां के जीवंत स्वरूप कुंवारी कन्याओं की पूजा की गयी. उसके बाद मंडप में ही कुमारी कन्या को भोजन कराया गया. वहीं रात में माता की आरती के बाद छप्पन भोग अर्पित कर नवमी पूजा को संपन्न किया गया. सोमवार को सुबह विसर्जन की पूजा के बाद नवपत्रिका व कलश का विसर्जन किया जायेगा तथा शाम को माता की प्रतिमा का विसर्जन कर चैती नवरात्र का समापन होगी. शहर में मुख्य रूप से घड़ीदार मंडप, सीडी द्वारी लेन स्थित शिवप्रिया पैलेस, डोमासी, पंडा धर्मरक्षिणी सभा की ओर से बंसती मंडप, सीमरगढ़ा, हृदयापीठ मंडप, कोड़ाबांध, हरलाजोड़ी, त्रिकुट पाहड़, डोमासी आदि जगहों पर मां दुर्गा की पूजा की जा रही है.
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