धनबाद.
ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी आम हड़ताल जिले में असरदार रही. यहां 241 बैंक शाखाओं में बुधवार को ताले लटके रहे. इससे लगभग 300 करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा. वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व निजी बैकों ने हड़ताल का नैतिक समर्थन किया. स्टेट बैंक व प्राइवेट को छोड़ कर सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में ताले लटके रहे. इस दौरान बैंक ऑफ इंडिया जोनल ऑफिस के सामने बैंक कर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन और बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर बैंककर्मी हड़ताल पर रहे. बैंक ऑफ इंडिया इंप्लाइज यूनियन के उपाध्यक्ष नंद महाराज, बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के आंचलिक सचिव संदीप वासन, राकेश, राहुल देव, अमित चंद्रवंशी, सुमित कुमार, विनोद कुमार, बासुदेव, नौशाद, अभिषेक कुमार, विजय राय, शंकर दास, अमित सिन्हा, पल्लवी, पुष्परा, अल्पना, अकोलीक, सुभाष वाल्मीकी, महादेव दास आदि बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन किया. उनकी मांगों में बैंकों के निजीकरण पर रोक, पर्याप्त भर्तियां सुनिश्चित करना, आउटसोर्सिंग बंद करना, कॉरपोरेट के बकाया ऋणों की तत्काल वसूली करना, ग्राहकों के लिए बैंकों में सेवा शुल्क कम करना, प्रतिगामी श्रम संहिताओं को लागू नहीं करना, ओपीएस बहाल करना आदि शामिल हैं.एलआइसी के आठों ब्रांच बंद रहे, 20 करोड़ का कारोबार प्रभावित
इधर आम हड़ताल को लेकर धनबाद जिले में एलआइसी की सभी शाखाएं बंद रही. रणधीर वर्मा चौक पर हेमंत मिश्रा के नेतृत्व में बीमा कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया और वक्ताओं ने इस संदर्भ में संबोधित किया. एक दिन के हड़ताल से एलआइसी के आठों ब्रांचों को मिलाकर लगभग 20 करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है