धनबाद.
आरपीएफ व जीआरपी की संयुक्त टीम ने सोमवार को बाल तस्करी का प्रयास विफल कर दिया. टीम ने गाड़ी संख्या 17323 ( वास्को डि गामा एक्सप्रेस ) से चार नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया. उन्हें काम कराने के लिए कर्नाटक ले जाया जा रहा था.चाइल्ड हेल्प डेस्क धनबाद को मिली सूचना पर हुई कार्रवाई
चाइल्ड हेल्प डेस्क धनबाद को सूचना मिली थी कि ट्रेन के जनरल कोच और बी वन कोच में कुछ नाबालिग बच्चे यात्रा कर रहे हैं, जिन्हें बालश्रम के लिए दक्षिण भारत भेजा जा रहा है. इसके बाद प्रभारी निरीक्षक, आरपीएफ पोस्ट धनबाद के नेतृत्व में और चाइल्ड लाइन की टीमों ने प्लेटफार्म संख्या छह पर ट्रेन की संयुक्त जांच की. इस दौरान जनरल कोच से तीन नाबालिग लड़कों को बरामद किया गया. इस दौरान ट्रेन कतरास के लिए रवाना हो गयी. इसके बाद टीम कतरास स्टेशन पहुंची, जहां जनरल कोच से एक और नाबालिग लड़के को रेस्क्यू किया गया.
बिहार-झारखंड से बच्चों को ले जाया जा रहा था कर्नाटक
आरपीएफ ने बताया कि पूछताछ में लड़कों ने बताया कि उन लोगों को काम कराने कर्नाटक ले जाया जा रहा है. रस्क्यू किये गये लड़कों में बिहार के जमुई जिला के सोनो थाना क्षेत्र के बाबूडीह निवासी शहबाज अंसारी, बांका जिला के चूरौली निवासी अनीश अंसारी, झारखंड के गोड्डा जिला के बलबड़ा कुठिया निवासी अफताब शेख व गोड्डा के बसंत तराई स्थित मसटिकरी निवासी गुलाम अंसारी शामिल हैं. सभी चारों बच्चों को चाइल्ड लाइन अग्रतर कार्रवाई के लिए अपने साथ ले गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है