धनबाद.
आइआइटी आइएसएम धनबाद में आयोजित 36 घंटे का हैकफेस्ट 2025 रविवार दोपहर को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. इसमें आइआइटी आइएसएम की 71 टीमों के साथ देश के विभिन्न तकनीकी शिक्षण संस्थानों की 55 टीमों ने भाग लिया. सभी टीमों ने नौ कंपनियों द्वारा दिए गए 11 प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स का अपने-अपने तरीके से समाधान प्रस्तुत किया. फेस्ट के समापन पर देर रात तक सभी टीमों ने एक-एक कर अपने समाधान का प्रेजेंटेशन दिया. इस हैकफेस्ट में छात्रों ने कुछ जटिल और महत्वपूर्ण समस्याओं का व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किया, जिनमें प्रमुख रूप से निम्न चुनौतियां शामिल थीं.सीमा की रीयल टाइम निगरानी प्रणाली
वर्तमान समय में सीमा निगरानी प्रणालियां उच्च लागत, सीमित कवरेज और स्केलेबिलिटी जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं. कई बार गश्ती दल छिपे हुए घुसपैठियों या क्षतिग्रस्त बाड़ों की पहचान नहीं कर पाते. इन चुनौतियों से निपटने के लिए छात्रों को ऐसा रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित करने का कार्य दिया गया था, जो भेष बदले घुसपैठियों और ड्रोन हमलों जैसी समस्याओं से प्रभावी ढंग से रीयल टाइम में निपट सके.
इवेंट टिकट बिक्री और मार्केटिंग की रीयल-टाइम ट्रैकिंग
इवेंट आयोजकों को टिकट बिक्री, दर्शक प्रोफाइल और राजस्व की रीयल-टाइम जानकारी नहीं मिलने से मार्केटिंग रणनीतियां कमजोर पड़ती हैं और आय के अवसर चूक जाते हैं. छात्रों को एक ऐसे रीयल-टाइम एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म तैयार करने की चुनौती दी गई, जिससे आयोजक लाइव टिकट बिक्री ट्रैक कर सकें, दर्शकों के व्यवहार और प्रचार की प्रभावशीलता का आकलन कर सकें और कम बिक्री के रुझानों पर तुरंत प्रतिक्रिया दे सकें.फूड डिलिवरी कंपनी के लिए यूज़र एंगेजमेंट और ऑर्डर वैल्यू बढ़ाना चुनौती
फूड डिलिवरी कंपनियां वर्तमान में यूजर एंगेजमेंट में गिरावट और कम औसत ऑर्डर वैल्यू जैसी समस्याओं का सामना कर रही हैं. छात्रों को यह चुनौती दी गई कि वे एक ऐसी रणनीति तैयार करें, जिससे सप्ताहांत या खास अवसरों तक सीमित ऑर्डरिंग व्यवहार में बदलाव आए और उपयोगकर्ता अधिक बार ऑर्डर करें. इसका उद्देश्य ग्राहकों की भागीदारी बढ़ाना और प्लेटफॉर्म पर औसत ऑर्डर वैल्यू को बेहतर बनाना था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है