गलत तरीके से रेलवे ट्रैक पार करने में जनवरी से मार्च तक पूर्व मध्य रेल के विभिन्न रेलखंडों में लगभग 335 लोगों की मौत हुई है. इसमें पैदल या वाहन के साथ ट्रेन से टकराकर मौत शामिल है. 335 में 49 की मौत धनबाद रेल मंडल में हुई घटना में हुई. वहीं दानापुर मंडल में 136, सोनपुर मंडल में 22, समस्तीपुर मंडल में 66, पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में हुई घटनाओं 62 लोगाें की मौत हुई. रेलवे की ओर से डाटा जारी कर लोगों से अपील की गयी है कि जल्दबाजी में रेल पटरी पार कर अपने जीवन को खतरे में ना डालें. साथ ही एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने के लिए सदैव सब-वे या फुट ओवर ब्रिज का प्रयोग करें. रेलवे ट्रैक के आस-पास हमेशा सतर्क रहें. रेलवे ट्रैक से हमेशा पर्याप्त दूरी बनाकर रखें. रेलवे ट्रैक हमेशा अधिकृत समपार फाटकों से ही पार करें. यत्र-तत्र अनधिकृत रूप से रेलवे ट्रैक पार करना गैरकानूनी तथा जानलेवा है. रेलवे ट्रैक पर न चलें, यह खतरनाक भी है और अपराध भी है.
रेलवे की ओर से उठाये गये कदम :
पूर्व मध्य रेल द्वारा सुरक्षित व बाधा रहित रेल परिचालन के लिए कई कदम उठाये गये हैं. इसी कड़ी में रेलवे ट्रैकों का नवीनीकरण, महत्वपूर्ण रेलखंडों की फेंसिंग, घनी आबादी वाले क्षेत्रों में चहारदीवार आदि के बाद कई रेलखंडों में ट्रेनों की गति सीमा में वृद्धि की गयी है. रेलवे द्वारा यात्री सुरक्षा के मद्देनजर एफओबी/एलएचएस/सब-वे के निर्माण सहित यात्री सुरक्षा/संरक्षा के मद्देनजर कई कदम उठाये गये हैं. सोशल मीडिया सहित विभिन्न प्रचार माध्यमों द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन आदि के माध्यम से रेलवे ट्रैक से उचित दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है