होमगार्ड बहाली प्रक्रिया 2017 के दौरान हुई गड़बड़ी मामले के आरोपी गजेंद्र गुप्ता को सात साल बाद धनबाद थाना की पुलिस ने शनिवार को कोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर लिया है. गजेंद्र के खिलाफ दो वर्षों से वारंट जारी था. इसके बाद से ही वह फरार चल रहा था. गजेंद्र पर होमगार्ड बाहली प्रक्रिया की सीडी गायब करने का आरोप है. बहाली प्रक्रिया के दौरान गजेंद्र वीडियोग्राफर के रूप में तैनात था. जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली कि गजेंद्र के धनबाद कोर्ट परिसर में है. उसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.
क्या है मामला :
बता दें कि वर्ष 2016 में सरकार की ओर से धनबाद में होमगार्ड बहाली निकाली गयी थी. 2017 में तत्कालीन समादेष्टा आदेश प्रसाद मेहता की निगरानी में बहाली प्रक्रिया पूरी की गयी. बहाली के दौरान रेलवे मैदान में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी थी. बहाली प्रक्रिया पूरी होने के कुछ दिनों के बाद एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें होमगार्ड के एक जवान को आवेदक से तीन लाख रुपये लेनदेन की बात सामने आयी थी. बाद में जिला प्रशासन स्तर पर मामले की जांच शुरू हुई. मजिस्ट्रेट द्वारा जांच शुरू होने पर बहाली की रिकार्डिंग संबंधित सीडी गायब पायी गयी. मामले को लेकर धनबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसमें तत्कालीन समादेष्टा आदेश प्रसाद मेहता, कंपनी कमांडर राजीव गौरव, होमगार्ड के कृष्ण मुरारी पांडेय, वीडियोग्राफर गजेंद्र गुप्ता समेत अन्य को आरोपी बनाया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है