आतंकी संगठनों के लिए काम करने के आरोप में धनबाद से गिरफ्तार वाले तीन अपराधियों के नजदीकियों का एटीएस खंगाल रहा है. वासेपुर, पांडरपाला, भूली सहित कई इलाकों में खुफिया तंत्र जानकारी जुटा रही है. एटीएस ने 26 अप्रैल को बैंक मोड़ व भूली ओपी क्षेत्र में छापामारी कर गुलफाम हसन, अयान जावेद, मो शहजाद आलम और शबनम को गिरफ्तार किया था और उसके बाद एटीएस ने 30 अप्रैल को भूली ओपी क्षेत्र के शमशेर नगर में रहने वाले अम्मार याशर को गिरफ्तार की है और अब सभी से एटीएस लगातार पूछताछ कर रही है.
एटीएस की पैनी नजर :
प्रतिबंधित संगठन के साथ काम करने और लोगों को जोड़ने का मामला सामने आने के बाद एटीएस ने अब पकड़े गये लोगों के नजदीकियों की कुंडली खंगाल रही है. एटीएस को लग रहा है कि इन लोगों के नजदीकी कई और भी युवक है जो आतंकी संगठन के लिए काम कर रहे हैं ऐसे में एटीएस की टीम धनबाद में है और कोई लोगों को नजर बनाये हुए है. जबिक एटीएस की कार्रवाई होने के बाद कई लोग अंडर ग्राउंड हो चुके हैं और अपना मोबाइल से लेकर अन्य गतिविधि को बंद कर दिया है. सूत्रों ने बताया कि महिला शबनम के मोबाइल से कई तरह की जानकारी मिली है और अब उसके संपर्क में रहने वाले लोगों पर एटीएस की नजर है और पता लगा रही है जिन जिन लोगों से शबनम की बात व सोशल साइट के माध्यम से चैट होता था वे कौन लोग है और अभी क्या कर रहे हैं.कई लोगों के संपर्क में था याशर :
सूत्रों ने बताया कि अम्मार याशर इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा था. वर्ष 2014 में जोधपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था. करीब 10 वर्षों तक जेल में रहने के बाद मई-2024 में जमानत पर छूटा है. बताया जाता है कि जेल के रहते और बाहर निकलने के बाद धनबाद के कई लोगों के संपर्क में था और उसके लोग अभी भी धनबाद में हैं. अब पुलिस याशर को जब रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी तो कई अन्य लोगों का नाम आयेगा. जबकि याशर का आयन और उसकी पत्नी शबनम से कई माह से संपर्क में था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है