खालसा पंथ के 326 वें सृजना दिवस (बैसाखी) पर बड़ा गुरुद्वारा बैंकमोड़ में दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू हुआ. बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने रागी जत्था सरबजीत सिंह को अमृतसर व सतपाल सिंह ताज (पंजाब) को विशेष तौर पर आमंत्रित किया है. कार्यक्रम के पहले दिन शनिवार को सुबह 10 बजे 24 बंदों को गुरुद्वारा के दीवान हाॅल में अमृत पान कराया गया. बंदों ने अमृत पान कर पंच ककार का पालन करने का संकल्प लिया. इसमें केश, कड़ा, कंधा, कृपाण व कचहरा का पालन आवश्यक होता है. ढाढ़ी जत्था के सतपाल सिंह ताज खालसा पंथ की सृजना दिवस पर अपने विचारों से संगत को निहाल किया. उसके बाद रागी जत्था भाई सरबजीत सिंह अमृतसर वाले ने शबद गायन किया. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद बंदों ने लंगर छका.
आज सजेगा मुख्य दीवान :
रविवार को सुबह 10 बजे गुरुद्वारा के ग्राउंड में विशेष दीवान सजेगा. इसमें रागी जत्था भाई सरबजीत सिंह धार्मिक दीवान में शबद गायन कर गुरुओं की वाणी का गायन करेंगे. ढांढी जत्था के भाई सतपाल सिंह खालसा सृजना पंथ के इतिहास को अपने ढाढ़ी वारों के माध्यम से गायन करेगें. उसके बाद लंगर वितरित किया जायेगा. कार्यक्रम को लेकर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सदस्य सक्रियता से लगे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है