फार्म के मालिक बीरबल मंडल ने ढाई लाख रुपए मुआवजा, फार्म के कर्मियों द्वारा करीब एक लाख रुपए उनके आश्रित को सहयोग के रूप में देने की घोषणा की. सागर उदलबनी का रहने वाला था. शव को लेकर धरना पर बैठे दिलीप मंडल ने बताया कि उसका भाई सागर बाबा हेचरी में प्रबंधक के रूप में काफी लंबे समय से कार्यरत था.
दुर्गापुर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
20 अप्रैल को कंपनी के काम से बाइक पर सवार होकर फोरलेन पहुंचा ही था कि अज्ञात वाहन की चपेट में आकर वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. दुर्गापुर अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गयी. फार्म के मालिक बीरबल मंडल द्वारा मुआवजा देने के बाद आंदोलन समाप्त हो गया.
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