धनबाद.
सेवानिवृत्त होने वाले रेल कर्मचारियों से साइबर ठगी हो रही ही है. रेलवे के पास इसकी जानकारी प्राप्त हो रही है. ठगी करने वाले खुद को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के अधिकारी या कर्मचारी बताकर पेंशन शीघ्र दिलाने का वादा, पेंशन बंद होने की सूचना, बैंक या पेंशन संबंधी दस्तावेजों की तत्काल आवश्यकता का झांसा व अन्य तरह के भ्रम फैलाकर ओटीपी या बैंक खाता से संबंधित जानकारी जुटाकर ठगी कर रहे हैं. ऐसे में रेलवे ने गुरुवार को साइबर ठगी को लेकर कर्मियों से सावधान रहने की अपील की है.रेलवे किसी को फोन कर नहीं मांगता है जानकारी
रेलवे की ओर से कहा गया है कि मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय धनबाद के किसी भी अधिकारी/कर्मचारी द्वारा किसी भी व्यक्ति के निजी फोन अथवा मोबाइल नंबर पर बैंक खाता, ओटीपी, पेंशन संख्या, आधार नंबर या कोई भी संवेदनशील जानकारी नहीं मांगी जाती है. यह सलाह दी जाती है कि बैंक व पेंशन से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी और दस्तावेज फोन पर किसी के साथ साझा न करें ताकि साइबर ठगी से बचा जा सके.
कई लोगों से हुई है लाखों की ठगी
वर्तमान में साइबर ठगों द्वारा सेवानिवृत्त रेल कर्मचारियों से रुपये की ठगी के कुछ मामले सामने आये हैं. इसमें ठग स्वयं को डीआरएम कार्यालय का अधिकारी या कर्मचारी बताकर रिटायर्ड कर्मियों से संपर्क करते हैं तथा पेंशन शीघ्र दिलाने का वादा, पेंशन बंद होने की सूचना, बैंक/पेंशन संबंधी दस्तावेजों की तत्काल आवश्यकता का झांसा देकर ओटीपी या बैंक जानकारी प्राप्त कर लाखों की ठगी की गयी है.
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