झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से पांच मई से शुरू होने वाले स्कूल सर्टिफिकेशन योजना को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने सोमवार को सीआरपी, बीआरपी, सभी बीइइओ, बीपीओ के साथ ऑनलाइन बैठक की. योजना के तहत विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति 75 प्रतिशत अनिवार्य करने पर जोर दिया. बताया कि स्कूल सर्टिफिकेशन योजना का प्रथम चरण पांच से आठ मई तक चलेगा. इसमें जिले के तीन सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, 14 पीएम श्री स्कूल व 17 प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालय शामिल हैं. इन स्कूलों की गुणवत्ता को नया आयाम देने और विद्यालयों के बीच स्वस्थ एवं पारदर्शी प्रतिस्पर्धा विकसित करने के लिए स्कूल सर्टिफिकेशन वर्ष में दो बार अप्रैल व अक्टूबर माह में होगा. गोल्ड श्रेणी के स्कूल अन्य विद्यालयों के लिए मिसाल बनेंगे. प्रमाणीकरण में स्कूल में बच्चों की उपस्थिति एक महत्वपूर्ण घटक है.
असेसमेंट में 75 फीसदी विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य : स्कूल प्रमाणीकरण में छात्रों का असेसमेंट कक्षावार किया जायेगा. कक्षा एक-आठ तक के छात्रों का असेसमेंट हिंदी, अंग्रेजी और गणित, कक्षा नौ-10 के छात्रों का असेसमेंट भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान, कक्षा 11 और 12 के छात्रों का असेसमेंट विज्ञान, वाणिज्य व कला विषय में होगा. सभी असेसमेंट ओएमआर शीट पर होंगे. कक्षा एक से तीन के छात्र प्रश्नपत्र पर ही उत्तर लिखेंगे. विद्यालयों के प्रधानाध्यापक यह सुनिश्चित करेंगे कि असेसमेंट के दिन वे खुद स्कूल में मौजूद रहें. असेसमेंट के दिन विद्यालय में 75 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य है. वीसी में एडीपीओ आशीष कुमार समेत अन्य जुड़े थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है