धनबाद.
सरायढेला क्षेत्र के 22 बिल्डिंग के बेसमेंट का कमर्शियल उपयोग हो रहा है. नगर निगम की सात सदस्यीय टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह खुलासा किया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम ने इन बिल्डिंग संचालकों को नोटिस दिया है. उन्हें नक्शा के साथ नगर निगम बुलाया गया है. नोटिस के एक माह बाद भी अब तक किसी संचालक ने नगर निगम में अपना पक्ष नहीं रखा है. नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने कहा कि नोटिस दिया गया है. कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है. सरायढेला क्षेत्र में जाम को लेकर पिछले माह सात सदस्यीय टीम ने बहुमंजिला इमारत के बेसमेंट की जांच की थी. जांच में 22 ऐसे बहुमंजिला बिल्डिंग मिले, जिनके बेसमेंट का कॅमर्शियल उपयोग हो रहा है.एक बहुमंजिला भवन का नक्शा मिला, जो बॉयलॉज के अनुसार नहीं है
जांच के दौरान एक बहुमंजिला भवन का नक्शा मिला, जो बिल्डिंग बॉयलॉज के अनुरूप नहीं बना था. संचालक को नोटिस दिया गया है. अन्य बिल्डिंग का नक्शा मिला नहीं है. नक्शा मिलने के बाद जांच की जायेगी कि नक्शा के अनुरूप बिल्डिंग बनी है या नहीं.उठ रहे सवाल : जिस विभाग ने नक्शा पास किया, उसी विभाग की टीम कर रही जांच
बहुमंजिला इमारत के नक्शे की जांच पर सवाल उठ रहे हैं. जिस विभाग ने नक्शा पास किया, उसी विभाग की टीम जांच कर रही है. शहरी क्षेत्र में जमाडा या नगर निगम बहुमंजिला भवनों का नक्शा पास करता है. झारखंड बिल्डिंग बॉयलॉज लागू होने के पहले जमाडा नक्शा पास करता था. 2016 के बाद शहरी क्षेत्र का नक्शा पास करने का अधिकार नगर निगम को मिला है. शहरी क्षेत्र के बाहर जमाडा को नक्शा पास करने का अधिकार दिया गया. ऐसे में सवाल उठता है कि शहरी क्षेत्र में दो एजेंसियों द्वारा नक्शा पास किया गया है. नक्शा पास करने के पहले एक-एक बिंदू की जांच होती है. नक्शा पास करने के बाद बिल्डिंग निर्माण के दौरान टाउन प्लानर जांच करते हैं. बिल्डिंग बनने के बाद कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी होता है. यह दर्शाता है कि संरचना शहर के मास्टर और निर्माण योजनाओं के अनुरूप हुआ है. सवाल उठता है कि बेसमेंट का कॅमर्शियल उपयोग होने के बाद जमाडा या नगर निगम ने कैसे कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी कर दिया. अब उसी बिल्डिंग की जांच की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है