धनबाद.
भूईफोड़ मंदिर के पास बुधवार को एक बुजुर्ग दंपती भटकता मिला. उक्त दंपती 70 वर्षीय कन्हैया अग्रवाल व उनकी 65 वर्षीय पत्नी संतोष अग्रवाल कोलकाता के रहने वाले हैं. कन्हैया अग्रवाल ने प्रभात खबर को बताया कि उनकी तीन बेटियां हैं. बड़ी बेटी को स्वास्थ्य समस्या है. वह निरसा में रहती है. मंझली बेटी बाहर रहती है. 2019 में उनकी छोटी बेटी जो मटकुरिया में रहती है, उसे अपने पास बुलाया. लेकिन 2023 में उसने हमें घर से निकाल दिया. उनके पास कुछ गहने और पैसे थे, जिससे अब तक गुजारा हुआ. पत्नी लाचार है. अब हम दाने-दाने को मोहताज हैं. इधर इन्हें भूईफोड़ मंदिर के पास भटकता देख पवित्रम सेवा परिवार के सदस्यों ने एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया. उनके परिवार के लोगों से बात की. समाज के कृष्णा अग्रवाल, सुशील सांवरिया, कृष्ण जिंदल के माध्यम से इनके परिवार के साथ सामंजस्य बनाने का प्रयास किया, पर सफल नहीं हुए. ऐसे में इलाज के बाद बुजुर्ग दंपती को लालमणि वृद्धाश्रम पहुंचाया गया. उन्हें वृद्धाश्रम पहुंचाने में पवित्रम के संस्थापक अजय भरतिया के साथ सत्य प्रकाश मानव, गायत्री देवी, राकेश खण्डेलवाल, प्रेम पासवान, बप्पी बाउरी, संजय सिंघल, प्रेम पासवान आदि सक्रिय रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है