परियोजना के समीप भौरा पांच नंबर में धरना पर बैठ गये. ग्रामीणों का कहना था कि हमारी जमीन बीसीसीएल प्रबंधन जबरदस्ती लेकर मुआवजा व नियोजन देने में आनाकानी करता है. हमें केवल प्रदूषण मिला है. जमीन छीन जाने से रैयत ग्रामीण भुखमरी की स्थिति में हैं और अब कंपनी हम पर अत्याचार कर रही है.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारी
सूचना मिलते ही भौंरा ओपी प्रभारी रंजीत राम, सीआइएसएफ अधिकारी व मजिस्ट्रेट नीरज कुमार मौके पहुंचे. लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने नहीं माना. आंदोनकारियों ने मेगा सीटू पैच के कार्य को भी ठप कर दिया. नेतृत्वकर्ता खेमलाल महतो ने बताया कि ग्रामीण जब भी अपनी हक मांगते हैं. उनके खिलाफ प्रबंधन एफआइआर दर्ज कर देता है. जब तक ग्रामीणों को न्याय नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगा.परियोजना क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू
इधर, झरिया सीओ व इजे एरिया के जीएम के प्रतिवेदन पर धनबाद एसडीओ राजेश कुमार ने धारा फोर ए पैच के आसपास 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है.क्या कहते हैं पीओ : एकीकृत भौंरा नार्थ- साउथ कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी बीके पांडेय ने कहा कि ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन ग्रामीण किसी की बात मानने को तैयार नहीं हैं. इससे कंपनी को क्षति हो रही है.
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