धनबाद.
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अब 5000 वर्गफुट या इससे अधिक क्षेत्रफल वाले भवनों का नक्शा अब जिला परिषद पास करेगा. इसके लिए एक विशेष तकनीकी टीम का गठन किया गया है. टीम में कंप्यूटर ऑपरेटर, टाउन प्लानर और अभियंता शामिल हैं. यह प्रक्रिया झारखंड बिल्डिंग बाईलॉज-2016 के तहत संचालित होगी, जिसे ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अधिसूचित किया गया है.ऑनलाइन आवेदन की सुविधा
नक्शा स्वीकृति के लिए सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. जिला परिषद के पंजीकृत इंजीनियरों द्वारा तैयार नक्शा ही मान्य होगा. आवेदन प्रक्रिया में तकनीकी सहायता के लिए जूनियर इंजीनियर और तकनीकी कर्मी उपलब्ध रहेंगे.
निरीक्षण और स्वीकृति प्रक्रिया
प्रत्येक आवेदन के लिए संबंधित प्रखंड और पंचायत में स्थल निरीक्षण किया जाएगा. यह निरीक्षण जिला परिषद के जूनियर इंजीनियर के नेतृत्व में तकनीकी टीम द्वारा किया जायेगा. इसके बाद तकनीकी स्वीकृति जिला अभियंता प्रदान करेंगे और अंतिम प्रशासनिक स्वीकृति के लिए संबंधित अधिकारियों को भेजा जायेगा.
अनुपालन न करने पर दंड
यदि कोई व्यक्ति बिना स्वीकृति के 5000 वर्गफुट या उससे अधिक क्षेत्रफल में भवन का निर्माण करता है, तो उसके विरुद्ध जुर्माना लगाया जाएगा. यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी निर्माण कार्य नियमानुसार हों, जिला परिषद द्वारा निगरानी की जाएगी.
जिला परिषद की पहलडीडीसी सह जिला परिषद के सीइओ सादात अनवर ने बताया कि जिला परिषद में नक्शा स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके लिए विशेष सेल का गठन किया गया है. सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों से नक्शा स्वीकृति के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे हैं. पहले यह कार्य जमाडा द्वारा किया जाता था, अब जिला परिषद इसे संभालेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है