बीसीसीएल, इसीएल व सीसीएल समेत कोल इंडिया व उसकी सभी सब्सिडियरी कंपनियों में जुलाई से ड्रेस कोड लागू हो जायेगा. कोल इंडिया के जीएम (एचआर, श्रम शक्ति-औद्योगिक संबंध) गौतम बनर्जी के हस्ताक्षर से जारी पत्र के अनुसार, 30 मई को आयोजित कोल इंडिया बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अपनी 479वीं बैठक में कर्मचारियों के लिए एक यूनिफार्म ड्रेस कोड योजना को मंजूरी दी थी. जुलाई से पुरुष कर्मचारी गहरे नीले रंग की पैंट और आसमानी रंग की शर्ट पहनेंगे. वहीं महिला कर्मचारियों को हल्के आसमानी रंग का कुर्ता तथा गहरे नीले रंग की सलवार व दुपट्टा या गहरे नीले रंग के बॉर्डर वाली हल्के आसमानी रंग की साड़ी व गहरे नीले रंग का ब्लाउज पहनना होगा. ड्रेस कोड लागू करने का मकसद सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के कर्मचारियों के बीच एकरूपता लाना है. साथ ही, इसके माध्यम से कंपनी के ‘ब्रांड’ को मजबूत करना है. कर्मचारियों को यूनिफार्म खरीदने और सिलवाने के लिए 15 जून तक राशि का भुगतान किया जायेगा, जबकि 14 जुलाई तक खरीद प्रक्रिया पूरी करनी होगी. इसे सभी स्तरों पर प्रभावी तरीके से प्रचारित करने की जिम्मेदारी संबंधित एचआर, इआरपी व वित्त विभागों को सौंपी गयी है.
ड्रेस खरीदने के लिए मिलेंगे 12,500 रुपये :
कोलकर्मियों को ड्रेस की खरीदारी के लिए 12,500 रुपये का भुगतान किया जायेगा. योजना के तहत कर्मचारियों को साल में तीन पैंट-शर्ट मिलेंगी. साथ ही, 187.50 रुपये प्रति माह धुलाई भत्ता का भुगतान भी किया जायेगा. कंपनी के नर्सिंग स्टाफ के लिए धुलाई भत्ता 218.75 रुपये प्रति माह होगा. बता दें कि कोल कर्मियों के लिए ड्रेस कोड के तहत कुल वित्तीय खर्च लगभग 275 करोड़ रुपये आयेगा. यह खर्च मई 2025 के मैनपावर 2,19,951 के आधार पर अनुमानित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है