धनबाद.
सीएसआइआर-केंद्रीय खनन व ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) में मानव संसाधन विकास विभाग की ओर से ”वर्तमान स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियां व स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर बुधवार को व्याख्यान का आयोजन किया गया. अध्यक्षता सिंफर निदेशक प्रो (डॉ) अरविंद कुमार मिश्रा ने की. मुख्य वक्ता आरोग्य भारती व विज्ञान भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रो (डॉ) जीएस तोमर थे.आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य जीवन के तीन स्तंभ
अपने व्याख्यान में प्रो तोमर ने कहा कि आरोग्य भारती एक राष्ट्रीय संगठन है, जो स्वास्थ्य संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र में सक्रिय है. बताया कि जीवनशैली जनित रोग जैसे डायबिटीज, हाइपरटेंशन, पीसीओएस, कैंसर आदि बढ़ते जा रहे हैं, इसका मुख्य कारण असंतुलित आहार, अव्यवस्थित दिनचर्या और मानसिक तनाव है. आयुर्वेद में आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य को जीवन के तीन स्तंभ बताया गया है. भोजन का चयन प्राकृतिक, मौसमी और क्षेत्रीय आधार पर करना चाहिए. उन्होंने युवाओं को पाश्चात्य भोजन से बचने और पारंपरिक मिलेट्स जैसे ज्वार, बाजरा, कुटकी आदि को पुनः थाली में लाने की सलाह दी. प्रो तोमर ने ब्रह्म मुहूर्त में उठने, योग व व्यायाम करने तथा सकारात्मक जीवन दृष्टिकोण अपनाने की अपील की.
कार्यक्रम के आयोजन में एचआरडी प्रमुख दिलीप कुंभकार, डॉ जेके सिंह व जी सुरेश की अहम भूमिका रही. मौके पर मुख्य वैज्ञानिक अमरनाथ, डॉ पीके मंडल, डॉ अरुण कुमार सिंह, राम लोलारक समेत 50 से अधिक वैज्ञानिक, तकनीकी अधिकारिय, कर्मचारी व वोकेशनल प्रशिक्षु उपस्थित थे. इनके अलावा आरोग्य भारती झारखंड के संयुक्त सचिव जयप्रकाश नारायण सिंह, धनबाद जिलाध्यक्ष डॉ विकास राणा व प्रांत पर्यावरण प्रमुख अरुण राय भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है