धनबाद.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में पहुंचने वाले मरीजों तक जाकर स्वास्थ्यकर्मी आभा पंजीयन करेंगे. सर्वर समेत अन्य तकनीकी समस्या को लेकर ओपीडी के मरीजों के आभा पंजीयन के आंकड़ों में आयी गिरावट और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा अस्पताल के प्राचार्य व अधीक्षक का दो माह का वेतन रोकने संबंधित निर्देश के बाद यह निर्णय लिया गया. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने तीन टैबलेट खरीदने का निर्देश जारी किया है. स्वास्थ्य कर्मी इन टैबलेट की मदद से ज्यादा से ज्यादा मरीजों तक पहुंचकर उनका आभा पंजीयन करायेंगे. आभा पंजीयन के बाद ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर में मरीजों को पर्ची दी जायेगी.अनुरक्षण योजना के पैसों से होगी टैबलेट की खरीदारी
मुख्यमंत्री अनुरक्षण योजना की राशि से टैबलेट खरीदने की स्वीकृति प्रदान की गयी है. इस योजना के तहत सभी विभागों के एचओडी को दवा व अन्य उपकरण खरीदने के लिए पांच लाख रुपये खर्च करने का अधिकार दिया गया है. अस्पताल प्रबंधन तीन विभागों के एचओडी के माध्यम से टैबलेट की खरीदारी की तैयारी में है. जरूरत पड़ी तो टैबलेट की संख्या बढ़ाई जायेगी.अबतक क्या है व्यवस्था
वर्तमान में एसएनएमएमसीएच के ओपीडी पहुंचने पर मरीजों को अपने एंड्रायड मोबाइल से आभा पंजीयन के लिए बार कोड स्कैन करना होता है. मरीजों द्वारा नाम, पता समेत अन्य जानकारी फीड करने के साथ उनका पंजीयन हो जाता है. बाद में रजिस्ट्रेशन काउंटर पहुंचकर पंजीयन संख्या बताने पर मरीजों को पर्ची मिलती हैं. कई बार सर्वर डाउन व इंटरनेट कनेक्शन की गति धीमी होने से इसमें देर होती है. इससे ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढ़ जाती है. भीड़ से बचने के लिए मरीजों को मैनुअली तरीके से रजिस्ट्रेशन कर पर्ची दे दी जाती है. ऐसे में मरीजों का आभा पंजीयन नहीं हो पाता हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है