गोल पहाड़ी (गोविंदपुर) में हो रही हैवी ब्लास्टिंग से ग्रामीण दहशत में हैं. लगातार हो रही ब्लास्टिंग से आसनबनी जोड़िया 150 फीट से सिमट कर 50 फीट की हो गयी है. ग्रामीणों की शिकायत पर जिला परिषद ने मामले की जांच करने का निर्णय लिया है. शनिवार को हुई जिला परिषद बोर्ड की बैठक में जिप सदस्य मो सोहराब ने भी गोल पहाड़ी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था. जिप अध्यक्ष व डीडीसी ने टीम गठित कर इसकी जांच कराने का आश्वासन दिया था. जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने सोमवार को कहा कि गोरांगडीह आदिवासी टोला, आसनबनी-2, खेल किनारी रविदास टोला व गोल पहाड़ी आदिवासी टोला के ग्रामीण दहशत में है. ग्रामीणों की लगातार शिकायत आ रही है. बोर्ड में भी जिप सदस्यों ने मामले को उठाया है. विशेष टीम गठित कर गोल पहाड़ी की जांच करायी जायेगी. टीम गोल पहाड़ी की लीज से लेकर ग्रामीणों की समस्या पर रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. जरूरत पड़ी, तो गोल पहाड़ी की लीज रद्द करायी जायेगी.
गोल पहाड़ी के अस्तित्व पर खतरा :
गोविंदपुर की ऐतिहासिक गोल पहाड़ी के अस्तित्व को खतरा है. 54 एकड़ में फैली प्राकृतिक धरोहर गोल पहाड़ी अगले कुछ वर्षों में खत्म हो जायेगी. वर्षों से पहाड़ी पर पत्थरों का खनन हो रहा है. गोल पहाड़ी के चारों ओर सिर्फ गोलाकार बड़ा पिलर दिख रहा है. कुछ जगह गहरे तालाब बन गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है