धनबाद.
बैंक मोड़ स्थित शांति भवन में मारवाड़ी महिला समिति की ओर से आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन भागवताचार्य पंडित उदय तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण और माता कुंती के बीच हुए संवाद का प्रसंग सुनाया. इसमें कुंती ने श्रीकृष्ण से अपने जीवन में दुःख की निरंतरता की कामना की, ताकि उन्हें प्रभु का स्मरण बना रहे. इस प्रसंग ने श्रद्धालुओं को भक्ति, त्याग और समर्पण की गहराइयों से परिचित कराया. कथा के दौरान शिव-पार्वती विवाह का मनोहारी वर्णन प्रस्तुत किया गया. इसके माध्यम से भक्ति, तपस्या और श्रद्धा की शक्ति को रेखांकित किया गया.गौ माता का महत्व बताया
कथा वाचक ने प्रवचन के दौरान गौ माता के महत्व को भी बताया. उन्होंने कहा कि प्रकृति को दिव्य, शुद्ध और सुरक्षित बनाए रखने में गौ माता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. जल, जंगल, जमीन और समस्त चराचर जीवों के संतुलन में गाय की रक्षा आवश्यक है. प्रकृति को सुरक्षित रखना है तो पहले गौ रक्षा करें. कथा शुरू करने से पूर्व प्रातः काल एकादशी के पावन अवसर पर बाल गोपाल का विशेष अभिषेक व सहस्त्र तुलसी दल से भगवान की पूजा की गयी. कार्यक्रम को सफल बनाने में मारवाड़ी महिला समिति की सुधा खेतान, अंजू गुप्ता, किरण अग्रवाल, किरण गोयनका, अनीता मुकीम, शीतल गोयल, संजू डालमिया, रेणू जगनानी, निर्मला तुलस्यान, सीमा जालान, सरला अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, सुमन गोयल, बबीता चौधरी, नीलू, मीना अग्रवाल, लक्ष्मी दासपुरिया, रानी लोहारका, शकुंतला कठेरिया, सुलोचना सांवरिया आदि सक्रिय हैं.
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