झरिया क्षेत्र के मोहरीबांध इलाके में लगातार अनियमित जलापूर्ति व लो प्रेशर के कारण करीब दस हजार की आबादी हलकान है. सावर्जनिक नल पर लोग पानी के लिए अपनी पारी के लिए घंटों खड़े रहते हैं. क्षेत्र की आबादी के हिसाब से सार्वजनिक नल की संख्या काफी कम है. उसके कारण कई परिवारों को दो से तीन दिन के बाद सार्वजनिक नल से पानी का नंबर मिलता है. पानी को लेकर कई बार आपस में लोग भिड़ जाते हैं. मंगलवार को झामुमो नेता गणेश निषाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्र की समस्या से अवगत होने पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार की योजना से लोगों को घर-घर तक पीने का पानी पहुंचाने का है. क्षेत्र में तत्काल सार्वजनिक नल की संख्या बढ़ाने के लिए वरीय नेताओं के साथ जमाडा के संबंधित अधिकारियों से मिलकर समस्या का निदान किया जायेगा. मोहरीबांध बस्ती में आर्थिक रूप से कमजोर, दलित पिछड़े वर्ग के लोग रहते हैं. लोगों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारियों से पहल करने की मांग की है.
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