झारखंड मुक्ति मोर्चा धनबाद महानगर समिति की ओर से सोमवार को तेलीपाड़ा मोड़ स्थित भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इस दौरान सभी लोगों ने बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डाला. बताया कि वह भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक थे. उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान 19 वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी (अब झारखंड) में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया. इससे वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गये. इस दौरान जिलाध्यक्ष लखी सोरेन, सचिव मन्नू आलम, केंद्रीय सदस्य सह मीडिया पैनलिस्ट डॉ नीलम मिश्रा, केंद्रीय सदस्य जग्गू महतो, जिला उपाध्यक्ष मुकेश सिंह, जिला कोषाध्यक्ष किशोर मुर्मू, महानगर अध्यक्ष मंटू कुमार चौहान, कंसारी मंडल, देबू महतो, कल्याण भट्टाचार्य, वकील दास, राजू प्रामाणिक, सुशोभन चौधरी, राजेश तुरी, कुणाल कुमार, राज आनंद सिंह, मो सद्दाम हुसैन, ऋतिक राणा, अनिल पासवान, मो फरीद मलिक, दिलीप महतो, डॉ देवमालया बॉस, गोविंद दास, महादेव हांसदा, जितेंद्र पासवान, आशीष गोराई, उत्तम रजक, मिलन महतो मौजूद थे.
20 सूत्री कार्यालय में भगवान बिरसा को दी गयी श्रद्धांजलि :
कंबाइंड बिल्डिंग स्थित जिला 20-सूत्री कार्यालय में सोमवार को उपाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा की गयी. इस इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि बिरसा मुंडा बहुत ही कम उम्र में देश के स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े थे और देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के दिन झारखंड में अवकाश घोषित करने की मांग की. मौके पर मदन महतो, शमशेर आलम, राजू प्रमाणिक, हराधन रजवार, शकील अहमद, रामप्रीत यादव, मनोज यादव, पप्पू कुमार तिवारी आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है