धनबाद राजकीय पॉलिटेक्निक परिसर को एजुकेशन हब के रूप में विकसित करने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए इसके परिसर की 71 एकड़ जमीन को चार प्रमुख शिक्षण संस्थानों के बीच बांट दिया गया है. इस परिसर में एसएसएलएनटी महिला कॉलेज को 25 एकड़ और बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) को 10 एकड़ जमीन हस्तांतरित कर दी गयी है. वहीं, राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान को 23 एकड़ और सरकारी आइटीआइ को 10.5 एकड़ जमीन हस्तांतरित की गयी है. इसके अलावा, परिसर के भीतर ही धनबाद जिले का पहला डिस्ट्रिक्ट साइंस सेंटर खोलने के लिए 2.5 एकड़ जमीन अलग से चिन्हित की गयी है.
अतिक्रमण से अलग रखी गयी जमीन :
इस पूरे परिसर की कुल भूमि लगभग 79 एकड़ थी. इसमें से करीब आठ एकड़ पर अतिक्रमण है. जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि हस्तांतरित भूमि में अतिक्रमण वाली जमीन को शामिल नहीं किया गया है.चहारदीवारी से होगा परिसरों का सीमांकन :
राज्य सरकार की ओर से इन सभी संस्थानों की भूमि की सुरक्षा के लिए कुल 4.88 करोड़ रुपये की लागत से चहारदीवारी का निर्माण करवाया जा रहा है. प्रत्येक संस्थान के लिए अलग-अलग सीमांकन किया गया है, ताकि भविष्य में भूमि को लेकर कोई विवाद न हो. राजकीय पॉलिटेक्निक की चहारदीवारी की लंबाई 1488.74 मीटर होगी. एसएसएलएनटी महिला कॉलेज के लिए 925.35 मीटर, बीबीएमकेयू के लिए 772 मीटर और आइटीआइ परिसर के लिए 664.23 मीटर लंबी चहारदीवारी का निर्माण किया जायेगा. इसकी ऊंचाई 7.5 फीट होगी.क्लोज कैंपस की व्यवस्था :
राज्य सरकार की योजना के अनुसार, एसएसएलएनटी महिला कॉलेज और बीबीएमकेयू को पूरी तरह क्लोज कैंपस के रूप में विकसित किया जायेगा. इसी के तहत पहले से मौजूद पॉलिटेक्निक और आइटीआइ को भी क्लोज परिसर में बदला जायेगा. परिसर के बीच से गुजरने वाला पांडरपाला और बाबूडीह मार्ग बंद कर दिया जायेगा, ताकि शिक्षण वातावरण में किसी प्रकार का व्यवधान न हो. इसके बदले दो नये 30 फीट चौड़े बाइपास मार्ग बनाये जायेंगे. एक मार्ग बीबीएमकेयू और साइंस सेंटर के पीछे से पांडरपाला पुल के समीप सबस्टेशन तक जायेगा. दूसरा मार्ग आइटीआइ परिसर और एसएसएलएनटी कॉलेज के पीछे से बाबूडीह की ओर निकलेगा.एसएसएलएनटी महिला कॉलेज को मिला नया स्थान :
एसएसएलएनटी महिला कॉलेज को आइटीआइ के बगल में पॉलिटेक्निक के पुराने क्वार्टर वाले हिस्से में जमीन दी गयी है. इसके साथ ही आइटीआइ का गर्ल्स हॉस्टल भी अब महिला कॉलेज के हिस्से में शामिल हो गया है. इसके अलावा, आइटीआइ के पुराने वर्कशॉप का आधा हिस्सा कॉलेज को सौंपा गया है.बीबीएमकेयू के हिस्से आया प्रशासनिक भवन :
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय को परिसर में पहले से मौजूद पुराना प्रशासनिक भवन और उसके आस-पास की जमीन स्थायी रूप से सौंप दी गयी है. विवि प्रशासन अब इस जमीन को अपने अनुसार विकसित कर सकेगा.धनबाद को मिलेगा पहला साइंस सेंटर :
इस शिक्षण परिसर में ही धनबाद का पहला डिस्ट्रिक्ट साइंस सेंटर भी खुलेगा. इसके लिए 2.5 एकड़ जमीन अलग से सुरक्षित कर ली गयी है. एक विशेष विकास योजना आगे तैयार की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है