धनबाद रेल मंडल में सुरक्षा सामग्री खरीदने में रेलवे आगे है, लेकिन उसके रख-रखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. धनबाद स्टेशन की सुरक्षा को लेकर लाखों रुपये खर्च कर मशीनें खरीदी गयी हैं, लेकिन फिलहाल उनका उपयोग नहीं हो रहा है. इस वजह से उनकी हालत खस्ता हो गयी है. महीनों से स्टेशन के प्रवेश द्वारा पर लगी स्कैनर मशीन व सालों से ह्वीकल स्कैनर मशीन खराब पड़ी हुई है. प्रभात खबर की टीम ने शनिवार को स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, तो महज चार साल पहले चालू किया गया व्हीकल स्कैनर कबाड़ की तरह दिखा. सहायता केंद्र खाली मिला, स्कैनर के बगल में आरपीएफ जवान रहना चाहिए था, लेकिन यहां कोई जवान मौजूद नहीं था.
धूल फांक रहे हैं वाहन जांच के लिए लगे कंप्यूटर व अन्य उपकरण :
राज्य के व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में से एक धनबाद रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के उद्देश्य से सर्कुलेटिंग एरिया में लाखों की लागत से खरीदे गये अंडर ह्वीकल स्कैनर 2021 में चालू किया गया. खतरनाक या विस्फोटक पदार्थ का पता लगाने के लिए चालक, नेमप्लेट और वाहन के नीचे के हिस्से की तस्वीरें लेने के लिए मशीन स्थापित की गयी थी. वाहनों पर नजर रखने की जिम्मेवारी आरपीएफ को दी गयी थी. सर्कुलेटिंग एरिया में पार्किंग लाइन में निगरानी रूम भी बनाया गया है. यहां कंप्यूटर समेत अन्य जरूरी उपकरण भी लगे है. ये सभी धूल फांक रहे हैं.लगेज स्कैन मशीन के पास नहीं थे आरपीएफ जवान :
धनबाद स्टेशन के मुख्य भवन दक्षिणी भवन में लगेज स्कैन मशीन लगायी गयी है. जब यह काम करता था, उस समय निगरानी के लिए आरपीएफ जवान की तैनाती थी. अब यह काम नहीं करता है. प्रभात खबर टीम जब धनबाद स्टेशन के स्कैनर को देखने पहुंची, तो यहां न तो स्कैनर चल रहा था और न ही कोई आरपीएफ जवान था.खाली पड़ा था स्टेशन के बाहर बना सहायता केंद्र :
यात्रियों की सुविधा के लिए धनबाद स्टेशन के बाहर में सहायता केंद्र बनाया गया है. इसमें भी आरपीएफ जवान को रहना चाहिए. लेकिन यहां भी कोई जवान तैनात नहीं मिला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है