Dhanbad News: जगन्नाथ मंदिर धनसार में बुधवार से विशेष पूजा शुरू हो गयी है. सुबह चार बजे से पूजा शुरू हुई. मंगला आरती के बाद स्नान व आरती की गयी. सुबह नौ बजे सूर्य देवता का पूजन हुआ. इसके पश्चात 11 बजे से भगवान जगन्नाथ का पवित्र महास्नान कार्यक्रम शुरू हुआ. महाप्रभु जगन्नाथ के साथ भाई बलराम व बहन सुभद्रा को 108 घट सुगंधित व शीतल जल से स्नान कराया गया. इस दौरान मंदिर परिसर भगवान जगन्नाथ के जयकारे से गूंजता रहा. श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया. पुजारी देवाशीष पांडा के सानिध्य में स्नान पूर्णिमा पर पूजन किया गया. जजमान नवीन व उनकी पत्नी विनीता थी. कार्यक्रम में मंदिर समिति के लोगों के अलावा अन्य लोग शामिल हुए.
14 दिनों तक अज्ञातवाश में रहेंगे महाप्रभु
श्रीजगन्नाथ मंदिर सेवा संघ के सचिव महेश्वर राऊत ने बताया कि महाप्रभु के महास्नान कराने पर बीमार होने की परंपरा है. इस कारण 14 दिनों तक अपने कच्छ में रहेंगे. भक्तों को उनके दर्शन के लिए अब 15 दिनों तक इंतजार करना पड़ेगा. पुजारी देवाशीष पांडा ने बताया कि भगवान को स्वस्थ करने के लिए आयुवेर्दिक उपचार किया जायेगा. भगवान के कक्ष में सिर्फ पुजारी पूजा-पाठ करेंगे और भोग लगायेंगे. यह परंपरा हजारों सालों से चली आ रही है. स्वस्थ होने के बाद भगवान भक्तों को दर्शन देंगे.
नेत्र उत्सव 26 को
26 जून को नेत्र उत्सव का आयोजन होगा. महाप्रभु स्वस्थ हो जायेंगे. इसके बाद शृंगार कर नया कलश दिया जायेगा. 27 जून को रथ यात्रा निकाली जायेगी. इस दौरान सुबह छह बजे मंत्रों के साथ स्नान होगा. सात बजे शृंगार व आरती होगी. नौ बजे सूर्य देव की पूजा होगी.
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