धनबाद.
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलपति प्रो. राम कुमार सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) पर बैठक हुई. इसमें यूजी फोर्थ इयर की पढ़ाई को लेकर विशेष चर्चा की गयी. संचालन एनइपी को-ऑर्डिनेटर डॉ हिमांशु शेखर चौधरी ने किया. बैठक में बताया गया कि कॉलेजों में फोर्थ इयर की पढ़ाई के लिए हर विभाग में कम से कम दो स्थायी शिक्षक होने जरूरी हैं. नीड बेस्ड शिक्षक रिसर्च वर्क कराने के लिए योग्य नहीं माने जाते. इस पर कई प्राचार्यों ने स्थायी शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाते हुए उनकी नियुक्ति की मांग की. उनका कहना था कि कॉलेजों में लैब और लाइब्रेरी की व्यवस्था बेहतर है, लेकिन स्थायी शिक्षकों की कमी बड़ी चुनौती है. फिलहाल इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका.चार हजार छात्र फोर्थ इयर में ऑनर्स विद रिसर्च के योग्य
फोर्थ इयर में प्रोन्नत होने के लिए छात्रों को यूजी सेमेस्टर सिक्स तक न्यूनतम 7.5 सीजीपीए ग्रेड प्वाइंट लाना अनिवार्य है. बैठक में बताया गया कि धनबाद व बोकारो के कॉलेजों को मिलाकर करीब चार हजार विद्यार्थी फोर्थ इयर में ऑनर्स विथ रिसर्च की अहर्ता रखते हैं. इनमें से अनुसंधान के क्षेत्र में आगे जाने को इच्छुक छात्र फोर्थ इयर में नामांकन लेंगे. इन छात्रों को 12 क्रेडिट का रिसर्च प्रोजेक्ट पूरा करना होगा, जिसे अनुभवी फैकल्टी मेंटर की देखरेख में करने की व्यवस्था की जायेगाी.आइकेएस पाठ्यक्रम के लिए गठित होगी समिति
बैठक में इसी वर्ष से लागू हो रहे एनइपी के नये रेगुलेशन को पहले सेमेस्टर में लागू करने पर भी चर्चा की गयी. इस वर्ष से पहले सेमेस्टर में शुरू हो रहे नये पेपर, इंडियन नॉलेज सिस्टम को लागू करने से पहले इसका सिलेबस तैयार करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए डीएसडब्ल्यू डॉ पुष्पा कुमारी के नेतृत्व में टीम तैयार की जायेगी. समिति का गठन डीएसडब्ल्यू करेंगी. साथ ही इसे बोर्ड ऑफ स्टडीज से अनुमोदन कराया जायेगा. इसके लिए 30 अप्रैल 2025 तक अंतिम समय सीमा दी गयी है. बैठक में डीएसडब्ल्यू डॉ पुष्पा कुमारी, कुलानुशासक डॉ कौशल कुमार, कुलसचिव डॉ धनंजय कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ सुमन कुमार वर्णवाल, सहायक कुलसचिव डॉ आर रिजवान समेत सभी संकाय अध्यक्ष व विभागाध्यक्ष शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है