धनबाद.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में ममता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. किसी ने एक नवजात बच्ची को जन्म देने के बाद उसे अस्पताल के गायनी विभाग के पास शौचालय में फेंक दिया. प्लास्टिक की थैली में नवजात के मिलने पर अस्पताल में सनसनी फैल गयी. जब स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे तो पाया कि बच्ची जिंदा है. उसे अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान चार घंटे के अंदर ही उसकी मौत हो गयी.मंगलवार की आधी रात नवजात को फेंकने की मिली जानकारी
मंगलवार की रात लगभग एक बजे शौचालय गयी एक महिला मरीज की नजर प्लास्टिक की थैली पर पड़ी, जो हिल रही थी. शक होने पर उसने स्वास्थ्य कर्मियों को जानकारी दी. इस पर स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे और नवजात को पीडियाट्रिक विभाग ले गये. इलाज के दौरान बुधवार की सुबह लगभग पांच बजे बच्ची की मौत हो गयी.
थाना प्रभारी ने की प्रसूताओं के कागजात की जांच
अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर मंगलवार की रात सरायढेला थाना प्रभारी नूतन मोदी अस्पताल पहुंची. नवजात को पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती कराने के बाद उन्होंने अस्पताल के गायनी विभाग जाकर प्रसूताओं से संबंधित कागजात की जांच की. एसएनएमएमसीएच में बच्ची के जन्म होने का कोई प्रमाण नहीं मिला. आशंका जतायी जा रही है कि बाहर के निजी अस्पताल में बच्ची के जन्म के बाद किसी ने उसे यहां लाकर फेंक दिया.
सात माह में हुआ था बच्ची का जन्म
अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ अविनाश कुमार ने बताया कि शौचालय में मिली नवजात का जन्म सातवें माह में ही हो गया था. प्री-मैच्योर होने के कारण बच्ची का वजन मात्र 760 ग्राम था. वह काफी कमजोर थी. समय पर चिकित्सा सुविधा मिलने पर उसकी जान बचायी जा सकती थी.
बाहर से लाकर नवजात को शौचालय में फेंका गया : अधीक्षक
एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ दिनेश कुमार गिंदौरिया ने कहा कि बच्ची के अस्पताल में जन्म होने का कोई प्रमाण नहीं है. संभवत: किसी दूसरे अस्पताल में उसका जन्म हुआ है. इसके बाद उसे प्लास्टिक की थैली में भरकर किसी ने शौचालय में फेंक दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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