धनबाद.
रेलवे ने सामान्य कोटे से बुक होने वाले टिकट में फिर से बदलाव किया है. स्लीपर से एसी तक की सभी श्रेणियों में अब तक निर्धारित सीटों के कोटा की 25 प्रतिशत सीटों पर वेटिंग टिकट जारी हो रही थी. ऐसे में ट्रेनों में नो रूम हो जा रहा था. वहीं चार्ट बनने के बाद कई ट्रेनों में सीटें खाली रह जा रही थीं. इसे देखते हुए अब कोटा की 60 प्रतिशत सीटों पर वेटिंग टिकट जारी किये जाने लगे है. मंगलवार से यह व्यवस्था चालू कर दी गयी है. ऐसे में जहां ट्रेनों में पहले नो रूम दिख रहा था, अब उनमें वेटिंग टिकट मिलने लगा है.राजधानी, दुरंतो समेत ज्यादातर ट्रेनों में दिख रहा था नो रूम
17 अप्रैल को जारी पत्र के आलोक में 16 जून से इसे प्रभावी कर दिया गया. इसमें निर्धारित सीटों के कोटा का 25 प्रतिशत सीटों पर ही वेटिंग टिकट जारी करना था. वेटिंग टिकट के लिए सीमा निर्धारित होते ही ज्यादातर ट्रेनों में नो रूम दिखने लग गये थे. धनबाद से खुलने वाली गंगा-सतलज, धनबाद-अलेप्पी एक्सप्रेस के साथ यहां से गुजरने वाली कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस समेत अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों के स्लीपर व एसी श्रेणी में निर्धारित सामान्य काेटे के बाद 25 प्रतिशत वेटिंग लिस्ट टिकट जारी होते ही रिग्रेट यानी नो रूम दिखने लगा था. हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी, सियालदह-नई दिल्ली राजधानी में पूरे जून तक तो दुरंतो एक्सप्रेस में भी अलग-अलग दिनों में नो रूम की स्थिति थी. सात जुलाई को इसमें बदलाव कर 60 प्रतिशत सीटों पर वेटिंग टिकट जारी होने लगा है.
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