Dhanbad News : जय मां विपदतारिणी के जयकारे से कोयलांचल के दुर्गा मंदिर गूंजते रहे. शनिवार को कोयलांचल के दुर्गा मंदिरों में मां विपदतारिणी की पूजा धूमधाम से की गयी. कोयला नगर हरि मंदिर, हीरापुर दुर्गा मंदिर, माझेरपाड़ा दुर्गा मंडप, दामोदरपुर दुर्गा मंदिर में बड़ी संख्या में सुहागिनों ने विधि-विधान से आवाह्न कर मां विपदतारिणी की पूजा-अर्चना की. उनके चरणों में मत्था टेक कर परिवार की सुख-समृद्धि, अखंड सुहाग व बच्चों के दीर्घायु की कामना की. ढाक ध्वनि, शंख ध्वनि, उलूक ध्वनि से मां का आवाह्न किया गया. मंगला आरती से कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. पूजा-अर्चना के बाद महाआरती की गयी, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए. आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष में रथयात्रा के बाद पड़ने वाले मंगलवार या शनिवार को विपदतारिणी पूजा की जाती है. रथयात्रा के बाद व बाहुड़ा यात्रा के पहले मां विपदतारिणी का आह्वान किया जाता है. कोयला नगर दुर्गा मंदिर में मंदिर के पुजारी हरिभजन गोस्वामी व धर्मदास गोस्वामी ने पूजा-अर्चना करायी. काफी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में भक्ति भाव से पुष्पांजलि अर्पित की. विपदतारिणी मां भक्तों की विपदा को हरती हैं. इस पूजा में 13 अंकों का विशेष संयोग होता है. तेरह तरह के फल, तेरह तरह के फूल, तेरह तरह की मिठाई , तेरह पूरी, तेरह लौंग, तेरह इलायची का भोग मां को अर्पित किया गया. आयु वृद्धि के लिए महिलाओं ने अपनी बांयी बाजू व पुरुषों ने दायीं बाजू में लाल धागे में तेरह गांठ दूब के साथ रक्षा सूत्र बंधवाया. भक्तों ने पूजा अर्चना के बाद भूल-चूक के लिए मां से क्षमा याचना की.
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