उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि जिले के सभी सरकारी स्कूलों का वातावरण एवं परिणाम सुधारना है. यह तभी संभव होगा जब शिक्षकों, बीआरपी, सीआरपी और शिक्षा विभाग के अन्य कर्मियों का कार्य, दायित्व तथा रणनीति में समानता होगी. शिक्षा विभाग के पास अच्छी टीम है. सब अपने दायित्व का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करेंगे, तो उसका परिणाम भी सुखद मिलेगा. वह शनिवार को न्यू टाउन हॉल में झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा विभागों में संचालित योजनाओं के उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले उपायुक्त ने दीप प्रज्वलित कर उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया. उन्होंने अच्छा प्रदर्शन करने वाले बीआरपी व सीआरपी को सम्मानित किया. मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा, जिला शिक्षा अधीक्षक आयुष कुमार, एडीपीओ आशीष कुमार के अलावा सभी बीइइओ, बीआरपी, सीआरपी, बीपीओ, लिपिक तथा शिक्षा विभाग के अन्य कर्मी उपस्थित थे.
समय पर सिलेबस पूरा करें :
उन्होंने कहा कि सुधार करने की शुरुआत जिले के 137 सरकारी हाई स्कूल से होगी. इसके लिए विद्यालयों में योजनाबद्ध तरीके से छात्रों को पढ़ाना, समय पर सिलेबस पूरा करना, छात्रों की हर महीने नियमित रूप से परीक्षा लेना, कमजोर छात्र पर विशेष ध्यान देना, शत प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करना, अभिभावकों के साथ नियमित रूप से पेरेंट्स टीचर मीटिंग करना आदि शामिल है. इसकी निगरानी व्हाट्सएप के माध्यम से की जायेगी. उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के सभी कर्मियों को अपने मोबाइल में “जे – गुरुजी ” ऐप डाउनलोड करने का भी निर्देश दिया.टॉपरों का नाम प्रदर्शित करें :
उपायुक्त ने कहा कि छात्रों की नियमित रूप से परीक्षा लेने, परीक्षा का परिणाम विद्यालय में प्रदर्शित करने, टॉपर छात्र का नाम अलग से प्रदर्शित करने, टॉपर को सम्मानित करने से बच्चों में प्रतियोगिता की भावना जागेगी और उनकी उपस्थिति में भी वृद्धि होगी. छात्रों के मन में परीक्षा को लेकर उत्साह भी बढ़ेगा.आज से शुरूआत हो, तो एक साल में नजर आयेगा बदलाव :
उपायुक्त ने प्रोजेक्ट रेल, प्रोजेक्ट इंपैक्ट, विद्यालय का सर्वे, चेतना सत्र सहित अन्य विषयों पर भी प्रकाश डाला. साथ ही सरकारी स्कूलों का वातावरण व परिणाम सुधारने के लिए प्रधानाचार्य, शिक्षक तथा विभाग के सभी कर्मियों को आपस में सहयोग व समन्वय करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि आज से ही इसकी शुरुआत करेंगे तो एक साल में बदलाव नजर आयेगा. उन्होंने विद्यालयों में जो भी कमी है उसे भी पूरा करने का भरोसा दिया.जे-गुरुजी ऐप की जानकारी दी गयी :
प्रजेंटेशन के माध्यम से जे-गुरुजी पोर्टल की जानकारी दी गयी. बताया गया कि हर एक मोबाइल से पांच यूजर्स जुड़ सकते है. एप्प के माध्यम से विद्यार्थी प्रश्न कर सकते हैं एआइ के माध्यम से उन्हें जवाब मिलेगा. इसपर लाइव क्लासेस चलता रहता है. जिले में दो लाख 32 हजार से अधिक विद्यार्थी है, सभी को इससे जोड़ना था. प्रोजेक्ट रेल का प्रश्न ब्लैक बोर्ड में लिखने पर आ रही समस्या पर बताया गया कि जे-गुरुजी पोर्टल पर प्रोजेक्ट प्रश्न उपलब्ध कराया जाता है. पूर्व में एक दिन पहले प्रश्न उपलब्ध कराया जाता था, लेकिन कुछ शिक्षक इसपर वीडियो बना कर अपलोड कर दे रहे थे. इसे देखते हुए अब प्रोजेक्ट रेल टेस्ट के दिन ही सुबह छह बजे प्रश्न दिया जाता है. इसे स्मार्ट क्लास के माध्यम से भी रख सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है