Dhanbad News : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना, जिसे गरीब और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गयी थी, कोयलांचल में अपनी मंशा पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है. स्थानीय लोग इस योजना के तहत मिलने वाले लाभों से वंचित हैं, जिसके कारण जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
योजना का लाभ नहीं पहुंच रहा जनता तक
आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है. यह योजना देश के करीब 50 करोड़ लोगों को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा सरकार करती है. हालांकि, कोयलांचल में इस योजना का कार्यान्वयन कई खामियों से जूझ रहा है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड स्वीकार नहीं किये जा रहे हैं, और कई बार पात्रता जांच और कार्ड बनाने की प्रक्रिया में अनावश्यक देर हो रही है. कोयलांचल के कई अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज से वंचित किया जा रहा है, जिसके कारण मरीजों को निजी अस्पतालों में भारी खर्च वहन करना पड़ रहा है. अस्पताल योजना का पैसा नहीं मिलने का रोना रोते हैं.भुक्तभोगियों ने कहा : अस्पताल स्वीकार नहीं कर रहे आयुष्मान कार्ड
झरिया के मोहन लाल ने कहा कि कार्ड बनाने की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि कई लोग इसे छोड़ देते हैं. गोविंदपुर की रहने वाली राधिका देवी ने बताया कि उनके पति को हृदय रोग के इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, क्योंकि आयुष्मान कार्ड को स्थानीय अस्पतालों ने स्वीकार नहीं किया. सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ शर्मा ने कहा कि इसके लिए सरकार जवाबदेह है. सरकार तुरंत इसकी जांच करे और सुविधा उपलब्ध कराये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है