देश की सबसे बड़ी श्रमिक नगरी भूली में शनिवार को ‘प्रभात खबर आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें क्षेत्र के गणमान्य लोगों के साथ बड़ी संख्या में आम नागरिकों की भागीदारी रही. लोगों ने खुलकर क्षेत्र की समस्या व उनके समाधान को लेकर अपने सुझाव रखे. लगभग सभी लोगों ने कहा कि क्षेत्र में बिजली की कटौती, पानी की सरकारी व्यवस्था ना होने, पसरी गंदगी, टूटी सड़कों व शहर के बीच कचरा डंपिंग से लोग परेशान हैं. क्षेत्र के अस्पताल व सरकारी विद्यालय के भवन जर्जर हैं. लोगों ने नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर भी सवाल उठाये. वहीं जिला प्रशासन व बीसीसीएल से क्षेत्र की समस्याओं का जल्द समाधान निकालने की अपील की. भूली बी ब्लॉक बुधनी हटिया स्थित मां मंगलाचंडी दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में भूली नगरवासियों ने अपनी समस्याएं बतायीं. लोगों ने बताया कि एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक नगरी भूली में दशकों से बिजली, पानी, साफ-सफाई की समस्या रही है. अभी भी इन समस्याओं का कोई निदान नहीं किया जा रहा है. वर्तमान में बीसीसीएल द्वारा यहां 18-18 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है. इससे यहां के लोग परेशान हैं. वहीं जेवीबीएनएल द्वारा दी जा रही बिजली कनेक्शन की राशि अधिक होने के कारण मजदूर वर्ग कनेक्शन ले पाने में असमर्थ है. पानी की समस्या को लेकर भूली के लोगों ने बताया कि नगर निगम की ओर से करोड़ों की लागत से बनाये गये जलमीनार से पिछले 14 वर्षों से जलापूर्ति शुरू नहीं की जा सकी है. स्थिति यह है कि लोग 500 रुपये प्रति माह के दर से पानी खरीदने को विवश हैं.
समस्याएं जो सामने आयीं :
– पेयजलापूर्ति की नहीं है कोई सरकारी व्यवस्था: नगर निगम की टंकी बन कर 14 वर्षों से है तैयार है, परंतु आजतक जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी.– 18-18 घंटे क्षेत्र में नहीं रहती बिजली : आम लोगों के साथ व्यापारियों का कामकाज भी हो रहा प्रभावित. -जहां-तहां फैली है गंदगी : साफ-सफाई नहीं होने कारण मोहल्ले में चारों ओर गंदगी का अंबार है. शिकायत के बावजूद नगर निगम की ओर से नियमित रूप से सफाई नहीं की जाती है. – शाम होते ही चौक-चौराहे पर अंधेरा पसर जाता है : इलाके में एक भी स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है. निगम से शिकायत के बाद भी कोई पहल नहीं हो रही है.
– स्वास्थ्य सुविधा का अभाव : इलाके में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है, जहां लोगों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिले. – शाम होते ही चौक-चौराहों पर शुरू हो जाता है शराबियों का जमावड़ा.– नगर निगम की ओर से शहर के बीच की जा रही कचरा डंपिंग के कारण स्थानीय लोग बीमार हो रहे हैं.
जो सुझाव आये
– श्रमिक नगरी होने के कारण कम दर पर भूली के लोगों को बिजली का कनेक्शन मिले. – हर चौक-चौराहे पर लाइटिंग की व्यवस्था हो. बुधनी हटिया चौराहे पर स्ट्रीट लाइट लगे.– भूली क्षेत्रीय अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्था में सुधार हो.
– नगर निगम अविलंब यहां बने जलमीनार से जलापूर्ति शुरू करें. – नगर निगम द्वारा रोजाना नाली व सड़क की साफ-सफाई करायी जाये. – जहां-जहां नाली व सड़के टूटी हुई हैं, उनकी मरम्मत करायी जाये.– महिला सुरक्षा व शराबियों पर कार्रवाई करें प्रशासन
कहते हैं भूली के लोग –
गर्मी आते ही बिजली आंख मिचौली करने लगती है. इससे काफी परेशानी होती है. बीसीसीएल द्वारा की जा रही 18 घंटे बिजली की कटौती से लोगों का जीना दूभर हो जाता है. गर्मी के दिनों में इनवर्टर भी चार्ज करना मुश्किल हो जाता है.
अजय चौधरी
पिछले छह- सात महीनों से बीएल कॉलोनी में कचरा की सफाई नहीं की जा रही है. बरसात के मौसम में कचरा जमा होने के कारण बारिश का पानी नाली के रास्ते घर में घुस जाता है. इससे नाली की दुर्गंध पूरे घर में फैल जाती है.
राकेश कुमार सिंह
बीएल कॉलोनी के आवास जब से बने हैं, तब से अब तक एक बार भी आवास की मरम्मत का काम नहीं किया गया है. जर्जर हो चुके आवास में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. इस पर बीसीसीएल को ठोस कदम उठाने की जरूरत है.छोटन चौहान
नगर निगम द्वारा बनासे गसे जल मीनार से अबतक जलापूर्ति शुरु नहीं हो सकी है. हां जगह-जगह पाइप लीक होने के कारण मरम्मत का काम जरूर किया जाता है. परंतु इलाके में जलापूर्ति नहीं की जाती है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
कैलाश गुप्ता
नेहरू बालिका उच्च विद्यालय एकमात्र लड़कियों का विद्यालय भूली नगर में है. इस विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है. यहां कभी भी अप्रिय घटना घट सकती. भवन को शादी-पार्टी कार्यक्रम में सिर्फ कमाई का जरिया बनाकर रख दिया गया है.विजेंद्र शर्मा
भूली नगर का सेंटर पॉइंट बी ब्लॉक बुधनी हटिया स्थित अंबेडकर चौक है. यहां एक भी हाई मास्क लाइट की सुविधा नहीं है. हाई मास्क लाइट को लेकर नगर निगम कार्यालय में कई बार आवेदन भी दे चुके हैं, पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
रंजन यादव
शक्ति मार्केट भूली का सबसे बड़ा मार्केट है. यहां शाम होते नशेडियों का अड्डा बन जाता है. यहां आये दिन महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं होती रहती हैं. इसके लिए यहां लाइटिंग की व्यवस्था के साथ भूली प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है.अक्षत सहानी
भूली में चिकित्सीय व्यवस्था नहीं है. यहां एक मोहल्ला क्लिनिक होना चाहिए, ताकि बच्चों के वैक्सिनेशन में किसी प्रकार की समस्या ना हो. जो सरकारी अस्पताल है, उसके स्थिति में सुधार की जरूरत है. साथ ही मरीजों के लिए एंबुलेंस की सुविधा मिले.
सूर्या निषाद
भूली एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक नगरी है. यहां के लोगों के लिए एक पार्क तक नहीं है. भूली के दो-दो पार्क प्रबंधन की उदासीनता से बंद हो गये हैं. अटल क्लीनिक जैसी सुविधा तक नहीं है. यहां निगम को अविलंब व्यवस्था में सुधार करना चाहिए.कुणाल मनीष
भूली में जहां देखें, वहां आपको कचरे का अंबार दिख जायेगा. नगर निगम द्वारा नियमित रूप से सफाई नहीं कराई जाती है. इस कारण घरों के पीछे कचरे का अंबार लगा है. नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं. बरसात में जीना मुहाल हो जाता है.नीरज शर्मा
सफाई नहीं होने के कारण घर के पीछे का नाली भर गया है. बरसात होने पर नाले का पानी घर में घुस जाता है. इसकी शिकायत नगर निगम व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कई बार कर चुके है. नाली का टेंडर भी हुआ पर काम नहीं दिख रहा.धर्मेंद्र कुमार लोहार
भूली में पानी- बिजली की समस्या दशकों पुरानी है. इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. इन दिनों नगर निगम द्वारा पानी का कनेक्शन देने की बात की जा रही है, परंतु लोगों को सुविधा नहीं मिल रही. लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है.अशोक निषाद
भूली बी ब्लॉक बुधनी हटिया मां मंगलाचंडी मंदिर के शेड का निर्माण विधायक ने तीन वर्ष पूर्व कराया था. अब शेड क्षतिग्रस्त होने के कारण बरसात का पानी मंदिर परिसर में घुस रहा है. इसकी अविलंब मरम्मत होनी चाहिए.रतन कुमारB
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