झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर शनिवार को प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आरती माला, अवर न्यायाधीश राकेश रोशन, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी हेमंत कुमार सिंह, एसी धनबाद विनोद कुमार, एलएडीसीएस चीफ कुमार विमलेंदु, डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट, सहायक कांउसिल सुमन पाठक, नीरज गोयल, कन्हैया लाल ठाकुर, मुस्कान चोपड़ा के साथ धनबाद मंडल कारा का औचक निरीक्षण किया. न्यायाधीश ने कारागार के प्रत्येक बैरक में पहुंचकर बंदियों से उनके स्वास्थ्य, इलाज, पेयजल, नास्ता, भोजन व मुकदमे में पैरवी के लिए अधिवक्ता होने अथवा न होने की जानकारी ली.
बंदियों के शौचालयों की साफ-सफाई का निर्देश :
बंदियों के शौचालयों की साफ-सफाई का निर्देश दिया. कारागार अस्पताल में निरुद्ध बीमार बंदियों के बेहतर इलाज के लिए उन्हें उच्च स्वास्थ्य सेंटर भेजे जाने का निर्देश जेल डॉक्टर को दिया. वहीं न्यायाधीश ने चिकित्सा सुविधाओं, पुस्तकालय, रसोई घर, वहां तैयार हो रहे भोजन, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र और ध्यान-सह-योग केंद्र में सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने बंदियों से भी बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा. न्यायाधीश ने जेल प्रशासन को बंदियों को नियमानुसार सुविधाएं मुहैया कराने, जेल अधिकारियों को उनके कर्तव्य का समुचित रूप से पालन करने का निर्देश दिया. उन्हें विभिन्न कानून की जानकारी दी गयी. जेल मैनुअल के तहत मिलने वाली सारी सुविधाएं बंदियों को उपलब्ध कराने का आदेश जेल प्रशासन को दिया. मौके पर जेल डॉक्टर राजीव कुमार सिंह, डालसा के सहायक अरुण कुमार, सौरभ सरकार, राजेश सिंह आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है